छत्तीसगढ़

चलने के लिए सड़क नहीं, फिर भी स्कूल चले हम 

दलदल भरे मार्ग से होकर छात्र छात्राएं जाते हैं स्कूल
फागुलाल रात्रे, कोरदा (लवन) ।
आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी नौनिहालों को स्कूल तक का सफर 1.5 किलोमीटर के दलदली रास्ते को पार करके जाना पड़े, तो सरकारी सिस्टम पर यकीनन गुस्सा आता है, लेकिन उससे भी ज्यादा तरस उन बच्चों पर आता है, जो रोजाना डरते सहमते हुए स्कूल तक पहुुंचते है। एक तरफ राज्य और केेन्द्र सरकार स्कूल चले अभियान के लिए करोड़ो रूपए खर्च कर रही है, वही दूसरी ओर बलौदाबाजार जनपद के ग्राम पंचायत करदा के प्राथमिक व मिडिल स्कूल के बच्चों को घुटनों भरी लतपथ कीचड़ और गंदगी के बीच से रोजाना स्कूल जाना उनकी मजबूरी बना हुआ है।
नौनिहाल कीचड़ भरे दलदल युक्त रास्ते से होकर पहुंचते है स्कूल
बांधा पहुंच मार्ग की दूरी महज 1.5 किलोमीटर है वह भी काफी दलदल, करीब 100 नौनिहाल बच्चे और हाईस्कूल के छात्र-छात्राए इसी कच्चे मार्ग से होकर रोजाना स्कूल पहुंचते है। जिस कीचड़ के दलदल वाले रास्ते में कोई अपना पैर भी नहीं रखना चाहता, उसी रास्ते से होकर बच्चे रोजाना स्कूल तक का सफर तय करते है। दलदल वाला ये रास्ता छोटा-मोटा नही, बल्कि पूरे 1.5 किलोमीटर लंबा है।
कीचड़ की वजह से खराब हो जाती है किताबें
कई बार तो इन नौनिहालों को घुटने तक कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है कभी किसी का पैर फिसलता है, तो कभी कोई पूरा का पूरा कीचड़ से सन जाता है। बच्चों की माने तो कई बार इनकों चोंट भी लगती है। यनिफार्म और काॅपी किताबे भी कीचड़ से सन जाती है।
ग्रामीणों का कहना हैं विधायक ने रोड निर्माण के लिए की हैं एक करोड़ रुपये की अनुशंसा
यंहा रहने वाले बच्चों के अभिभावक पूर्व जनपद सदस्य फुलसाय साहू, मिथुन प्रसाद साहू, नारद पैकरा, भुनेश्वर रात्रे, भागचंद डहरिया, सुखीदास मानिकपुरी, नंदू चेलक, बहूर सिंह पैकरा, पन्नालाल डहरिया ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक सुश्री शकुन्तला सहू के द्वारा एक वर्ष पहले रोड निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए की अनुशंसा की जा चुकी हैं। जिस पर अभी तक कोई पहल नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों व लोगों की परेशानी को देखते हुए शीघ्र ही रोड निर्माण किए जाने की मांग किया गया है।
तबियत खराब होने पर चारपाई में लिटाकर ले जाते हैं रोड तक
करदा गांव के इस मोहल्ले में करीब 50 घरों के लोग निवासरत है। जिन्हें भी इसी रास्ते से होकर आना-जाना पड़ता है। कीचड़ भरी मार्ग होने के चलते यंहा सरकारी सेवा एम्बुलेंस व महतारी एक्सप्रेस भी नहीं पहुंच पाते है। गांव के तीन चार ग्रामीणों का तबियत खराब होने पर समय पर अस्पाल नहीं पहुंच पाने की वजह से ग्रामीणों को मौत हो चूकी है। ग्रामीणों ने बताया कि यंहा अगर किसी का तबियत खराब हो जाता है तो उसे चारपाई में लिटाकर बड़ी मुश्किल से दलदल पारकर निकालते है।
हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं भी इसी रास्ते से जाते है स्कूल
करदा में गांव के छात्र-छात्राओं को गांव में ही हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी की शिक्षा प्राप्त हो इसलिए शासन-प्रशासन के द्वारा हायर सेकेण्डरी भवन तो बना दिये है, लेकिन इस बांधा पहुंच मार्ग के आगे  हायर सेकेण्डरी भवन बना है, उक्त मार्ग पर कीचड़ होने के चलते  गांव के 10वी 12वीं के विद्यार्थी मरदा व लवन हाईस्कूल पढ़ने जाने के लिए मजबूर है। वही, ग्रामीणों व किसानों को उक्त मार्ग से होकर खेत आना-जाना पड़ता है, जिन्हें भी काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उक्त मार्ग पर सीसी रोड नहीं होने के चलते हर ग्रामीण परेशान है।
क्या कहते पूर्व जनपद सदस्य
हमारे द्वारा लगातार लिखित व मौखिक रूप में रोड़ निर्माण के लिए मांग किया जा रहा था। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए विधायक शकुन्तला साहू ने 1 करोड़ रूपिए राशि देकर दो पार्ट में बनने की बात कही थी। जो आज़ तक नहीं बन पाया हैं।
फुलसाय साहू, पूर्व जनपद सदस्य
ग्राम पंचायत करदा
क्या कहते हैं जिला पंचायत सदस्य
विधायक के द्वारा शासन को रोड निर्माण के लिए पत्र लिखा गया है। बहुत जल्दी ही कार्य पूरा किया जाएगा
परमेश्वर यदु, जिला पंचायत सदस्य
जिला पंचायत बलौदाबाज़ार

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