
बिलासपुर—:राज्य परीवहन विभाग द्वारा बनाई गयी लाइसेंस तोहर द्वार तहत स्किम है जिसमे वाहन लर्निंग लाइसेंस बनवाने केलिए आम लोगो को सुविधा दिलाना है,विभाग से साठगांठ कर जुड़े एजेंटो से मुक्ति दिलाना ,क्षेत्रीय परिवहन मुख्यालय जाने के झंझट से मुक्ति,अधिक से अधिक लोगो केलिए लाइसेंस बनवाने केलिए इस योजना को लाया गया किन्तु जितने भी सुविधा केंद्र है उनके लिए निर्धारित मार्गदर्शिका जो की प्रपत्र में 10 पन्ने में विभन्न बिन्दुओ पर मार्गदर्शन दिया गय है जिसमे सबसे अहम बात यह है की इनको सिर्फ लर्निंग लाइसेंस ही बनाना है जिसकी निर्धारित शुल्क विभाग से मात्र 50रु अधिक लेना है किंतु यहाँ तो आवेदनकर्ता से आधार फोटो आईडी के साथ 500 रु फिर ऑनलाइन फोटो लेते समय फिर 500रू और उसके बाद लाइसेंस को परमानेंट करवाने की जिम्मेदारी भी यही लोग उठाएंगे जिसके एवज में 2000 रु फिर से लेंगे.जबकी आदेश एवँ मार्गदर्शिका में इनमे से कुछ भी दर्ज नहीं है जिसका सुविधा केंद्र पालन कर रही परिवहन विभाग का नाम के साथ सीबॉल का उपयोग करते हुए शिविर का आयोजन कर रही इससे आम लोगो में भ्रम की स्थिति निर्मित हो रही है लोगो को लग रहा है की ये शिविर परिवहन विभाग द्वारा लगाया जा रहा है और आम जनता बिना समझे जांचे जो शुल्क बोला जा रहा है लोग दे रहे है जिसकी कोई पावती भी नहीं दे रहे है विभागीय सूत्र अनुसार परिवहन सुविधा केंद्र की आड़ में सब बाजारू एजेंट की तरह काम कर रहे है मनमाफिक शुल्क ले रहे विभाग को अँधेरे में रखकर काम कर रहे और विभाग प्रमुख अपनी आँखे मूंदे हुए है.
बिलासपुर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी का बयान
संवाददाता ने परिवहन सुविधा केंद्र के गाइड लाइन के बारे में पूछने पर एक लिखित शिकायत कर दीजिये मै जाँच करा कर कार्यवाही करता हु बोल दिया गया .














