लैलूंगा।नगर पंचायत लैलूंगा जब से बना है तब से ही विवादित रहा है विवाद का मुख्य कारण है नगर पंचायत का प्रथम पदस्थ प्रभारी सीएमओ इनका पद है सामुदायिक संगठक ये किस तरह से यहां के प्रभारी सीएमओ बने यही है विवाद का मुख्य वजह।इस पद पर इन्होंने बहुत से भ्रष्टाचार किए है जिनके जांच शासन स्तर पर चल रही है ।इन्हे नगर की जनता कोर्ट वाले सीएमओ के नाम से जानती है बड़े बड़े वकीलों और बड़े बड़े अधिकारियों को अपने जेब में रखने की इनकी कहानियों को सुन सुन कर नगर की जनता के कान पक चुके है।कांग्रेस शासन काल में बड़े मेहनत करके इन्हें नगर से अन्य जगह स्थांतरित किया गया था पर जैसे ही सत्ता परिवर्तित हुई ।इनका तबादला पुनः नगर पंचायत लैलूंगा के कर दिया गया।तात्कालिक प्रभारी सीएमओ ने कोर्ट से इस हेतु स्टे लाया की नगर पंचायत में किसी भी नगर निगम के कर्मचारी का तब्दला नही हो सकता ।तो 4 अक्तूबर को नगर के प्रभारी सीएमओ को एक ही प्रकरण में दूसरी बार निलंबित कर दिया गया आज जब वो चार्ज देने नगर पंचायत लैलूंगा आई तो उन्हे बड़ा असमंजस हुआ की वो किसे चार्ज दे नगर पंचायत लैलूंगा का इंजिनियर छुट्टी पर है और नगर पंचायत लैलूंगा की भृत्य भी निलंबित है।और कोर्ट के आदेशानुसार नगर निगम के कर्मचारी को नगर पंचायत में पदस्थ नही किया जा सकता ।
इस हेतु जब हमने निलंबित सीएमओ से यह जानना चाहा कि आप चार्ज किसे देंगी तो उन्होंने कहा की मैं सर्व प्रथम हेतु अनुवीभागी अधिकारी से मिल कर चर्चा कर उचित मार्गदर्शन लूंगी फिर रायगढ़ जिले के कलेक्टर महोदय से आदेशानुसार वो जिन्हे कहे मैं चार्ज दे दूंगी ताकि निर्वाचन संबधी किसी भी कार्य में कोई व्यवधान ना आए।
क्या कहते है जिला कलेक्टर : नगर पंचायत लैलूंगा सीएमओ मामला हाईकोर्ट में है और हाईकोर्ट के तरफ से जो भी आदेश होगा उसके अनुसार ही नगर पंचायत लैलूंगा के प्रभारी का निर्णय लिया जाएगा : कार्तिकेया गोयल कलेक्टर रायगढ़