
अवैध शराब के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, दो बाइक जप्त
*अवैध शराब के खिलाफ कोतरारोड़ पुलिस की दो बड़ी कार्रवाइयाँ, तीन आरोपी गिरफ्तार, 50 लीटर महुआ शराब और दो बाइक जब्त*
*29 अप्रैल, रायगढ़* । पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन पर चलाए जा रहे अवैध शराब के खिलाफ अभियान के तहत मंगलवार को कोतरारोड़ पुलिस ने डीएसपी सुशांतो बनर्जी के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी त्रिनाथ त्रिपाठी के नेतृत्व में नवापारा क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर करीब 50 लीटर कच्ची महुआ शराब जब्त की। दोनों कार्रवाइयों में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो मोटरसाइकिल समेत कुल 51,500 रुपये मूल्य का सामान बरामद किया गया।
पहली कार्रवाई ग्राम भ्रमण के दौरान नवापारा के पास की गई, जहां पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति अवैध शराब लेकर मोटरसाइकिल से ग्राम नवापारा की ओर जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर एक संदिग्ध युवक को रोका, जो अपनी मोटरसाइकिल के सामने 15 लीटर क्षमता वाली प्लास्टिक डिब्बा में शराब लेकर आता दिखा। आरोपी की पहचान राजेश कुमार निषाद (26 वर्ष), निवासी नवापारा थाना कोतरारोड़ के रूप में हुई। पुलिस ने उसके कब्जे से 15 लीटर हाथ भट्टी की महुआ शराब और एक एचएफ डीलक्स मोटरसाइकिल (क्र. CG 11 AR 1136) जब्त की, जिसकी कुल कीमत 21,500 रुपये है । आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) एवं 59(क) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई।
दूसरी कार्रवाई लिटाईपाली रोड के नहर पार पुल के पास की गई, जहां मुखबिर की सूचना पर घात लगाकर बैठे पुलिस दल ने एक मोटरसाइकिल में सवार दो व्यक्तियों को रोककर जांच की। तलाशी के दौरान मोटरसाइकिल चालक के पास से 15 लीटर तथा पीछे बैठे व्यक्ति के पास से 20 लीटर कच्ची महुआ शराब बरामद हुई। आरोपियों की पहचान अमी लाल निषाद (33 वर्ष), निवासी सकराली थाना डभरा, जिला सक्ती और गनपत निषाद (21 वर्ष), निवासी नवापारा थाना कोतरारोड़ के रूप में हुई। इनके कब्जे से नीले रंग की सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (क्र. CG 04 CS 4047) भी जब्त की गई। कुल जब्ती का मूल्य 31,500 रुपये है। दोनों आरोपियों के विरुद्ध भी आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई है।
इन कार्रवाइयों में थाना प्रभारी त्रिनाथ त्रिपाठी के साथ एएसआई डीपी चौहान, प्रधान आरक्षक प्रेम सिंह सिदार और आरक्षक चन्द्रेश पाण्डे व शिवानंद प्रधान की प्रमुख भूमिका रही। अवैध शराब कारोबार के खिलाफ यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।