
रायगढ़/ धरमजयगढ़, आपकी आवाज: जिले में गजराजों का तांडव लगातार जारी है हाथी प्रभावित क्षेत्र में आए दिन गजराजों के प्रकोप से लोगों कीअसमय मृत्यु की खबरें लगातार छाई रहती है हाथियों की मृत्यु रायगढ़ के लिए एक बहुत बड़ी चिंता का विषय बन गया है क्योंकि कोई महिला या पुरुष को हाथियों ने मारा हाथी द्वारा मारा जाता है तो पूरे परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ता है यही नहीं पूरा परिवार बिखर जाता है ऐसे में हाथियों के तांडव पर रोक लगाना अति आवश्यक हो गया है प्रवृत्तियां सरकारों के द्वारा हाथी प्रभावित क्षेत्र के लिए कॉरिडोर बनाने की बात तो की गई थी उसे पर काम भी हुआ लेकिन ऐसा प्रतीत होता है की ठंडा बस्ता डाल दिया गया या फिर कछुआ के चाल जैसा हो गया एक बार फिर धरमजयगढ़ क्षेत्र में मानव-हाथी युद्ध की खबर आ रहा है। खासकर धरमजयगढ़ क्षेत्र में आए दिन हाथियों के आतंक से लोग दहशत में जी रहे हैं। फसलों को चौपट करने से लेकर घरों को तोड़ने और जान लेने तक की घटनाएं अब आम हो चुकी हैं।
ताज़ा मामला धरमजयगढ़ के बकारुमा रेंज अंतर्गत रेरुमा खुर्द गांव (मांझीपारा) का है, जहां शुक्रवार रात एक जंगली हाथी ने महिला को बेरहमी से पैरों तले कुचल डाला। महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार, हाथी ने महिला को पटक-पटक कर मौत के घाट उतारा।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है। हालांकि ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही और सुस्ती के चलते ही हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। लोग लगातार जनहानि का शिकार हो रहे हैं, मगर रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे।














