
रायगढ़ । विजयपुर की सरकारी जमीन खसरा नंबर 4 में बड़े पैमाने पर अवैध बिक्री और नामांतरण का मामला सामने आया है। पहले 18 लोगों को आवंटित की गई जमीन अब 36 टुकड़ों में बंट गई है। इसके बावजूद कुछ पटवारी और तहसीलदार नियमों की अनदेखी करते हुए जमीनों का नामांतरण कराते रहे।
जानकारी के अनुसार, 12 टुकड़े अभी भी क्रेताओं के नाम पर दर्ज हैं। इनमें नोरवेट कुजूर, फिलोमिना कुजूर, अभिषेक सिंह, तुलसी राम, विलियम कुजूर, पॉलिमर कुजूर, सोहन, बृजमोहन, नारायण सिंह, मोहन सिंह, मोनिका, शोभनाथ, नीरा सिंह और भूकसाय जैसे लोगों के नाम शामिल हैं। यह संभावना भी जताई जा रही है कि जमीन गिरवी रखकर लोन लिया गया हो।
सरकार ने भूमिहीनों के लिए जमीन आवंटित की थी, लेकिन इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो सका। यह विक्रय 1987 से शुरू हुआ और 1990, 1995, 2000, 2002 तथा 2024 में भी जारी रहा। प्रशासन जांच रिपोर्ट के आधार पर अब कार्रवाई के विकल्पों पर मंथन कर रहा है। शासकीय पट्टे की जमीन अवैध रूप से बेचने पर उसे पुनः शासन के खाते में लेने का प्रावधान है।