
स्वाद से खाते हैं जो अचार, उसका हाल देख बदल जाएंगे विचार…पढ़िये
हरियाणा के हांसी में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने शुक्रवार को अचार बनाने वाली फैक्टरियों पर कार्रवाई की। इस दौरान टीम को मौके से भारी मात्रा में सड़ा-गला अचार भी मिला। अचार की हालत देखकर शायद आप को भी बाजार में मिलने वाले अचार को खाने से पहले विचार बदलना पड़ जाए। टीम को कार्रवाई के दौरान कई फैक्टरी मालिकों के पास लाइसेंस भी नहीं मिले। कार्रवाई की सूचना पर दुकानदारों और अन्य फैक्टरी मालिकों में हड़कंप मच गया।
उड़नदस्ते ने अचार फैक्टरियों से जांच के लिए नमूने (सैंपल) लिए। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को शिकायत मिली थी कि शहर में अचार की कई ऐसी फैक्टरियां चल रही हैं, जहां खाद्य सुरक्षा नियमों को ताक पर रख कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ता हिसार के इंचार्ज राजवीर सिंह की टीम ने फूड सेफ्टी ऑफिसर अरविंदर जीत सिंह को साथ लेकर शहर में कार्रवाई की।
उड़नदस्ते ने सेठी चौक पर एक घर में छापा मारा और यहां से काफी मात्रा में अचार बरामद किया। यहां बिना लाइसेंस के ही अचार बनाया जा रहा था। टीम ने यहां से अचार के नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए लैब भेजा।
राम सिंह कॉलोनी से भी लिए सैंपल
टीम ने देर शाम को राम सिंह कॉलोनी में स्थित एक अचार की फैक्टरी पर छापा मारा और वहां से अचार के नमूने लिए। टीम को यहां से काफी मात्रा में खराब अचार मिला, जिसे टीम ने नष्ट करवा दिया। फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी अरविंदर जीत ने कहा कि नमूने लिए जा रहे हैं, जो लैब में भेजे जाएंगे। रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
हमने मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के नेतृत्व में हांसी में अनाधिकृत रूप से चल रही अचार की फैक्टरी से नमूने लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। इनके पास न तो लाइसेंस है और न ही इन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है। काफी मात्रा में खराब अचार भी मिला है, जिसे नष्ट करवाया जाएगा। अगर जांच में सैंपल फेल मिलते हैं तो फैक्टरी मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।