बालगृह का संचालन कुक और हाउस कीपर के भरोसे है जिसमें भराशाही बढ़ चढ़कर सामने आ रही है सुरक्षा व्यवस्था की बात कहें तो महज काम चलाऊ ही नजर आ रहा है जिसका फायदा उठाते हुए बाल अपचारी फरार हो गए।
कोरबा में बाल संप्रेषण गृह की व्यवस्था में ही सुधार की जरूरत है बालगृह का संचालन कुक और हाउस कीपर के भरोसे है जिसमें भराशाही बढ़ चढ़कर सामने आ रही है सुरक्षा व्यवस्था की बात कहें तो महज काम चलाऊ ही नजर आ रहा है जिसका फायदा उठाते हुए बाल अपचारी फरार हो गए। कटघोरा और पाली थाना क्षेत्र में अनाचार की घटना घटित हुई थी मामले में पुलिस ने दो अपचारी बालक के खिलाफ प्रावधानिक कार्यवाही की थी सिविल लाइन थाना अंतर्गत रिसदी चौक बाल संप्रेषण की भेजा गया था प्रतिदिन की तरह रात्रि में भोजन कर संप्रेषण गिरी को बंद कर दिया गया।
दोनों बालक भी अन्य अपचारी बालकों की तरह अपने बेड में सोने चले गए उनकी नींद सुबह खुल गई वह शौच के बहाने संप्रेषण गृह के पीछे हिस्से में पहुंचे जहां शौचालय की दीवार के सहारे कूद कर फरार हो गए घटना के कुछ ही देर पहले सुरक्षा में तैनात नगर सैनिक संतोष केवट राउंड के बाद मुख्य द्वार में बैठा था अपचारी बालक के फरार होने की जानकारी तब लगी जब वह काफी देर तक कमरे में नहीं पहुंचे यह खबर आम होते ही महकमा में हड़कप मच गया इसकी सूचना बालक के परिजनों को दी गई।
बालक के घर पहुंचने पर तत्काल अवगत कराने को कहा गया।बालगृह के संचालन के लिए 16 अधिकारी कर्मचारी का सेटअप तैयार है लेकिन चार कर्मचारी ही कार्यरत हैं बाल गृह का संचालन कुक और हाउसकीपर के भरोसे चल रहा है उन पर ही विभाग पूरी तरह निर्भर है जिसका सीधा असर व्यवस्था पर पड़ रही है खास तो यह है कि रात में ही महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश निरीक्षण के लिए बाल गृह पहुंची थी उन्होंने बालको से चर्चा उपरांत सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए थे उनके निरीक्षक को महज कुछ ही घंटे बीते थे कि बालक भाग कर व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। संबंधित विभाग में इसकी सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस को जहां बाल गृह में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर जांच शुरू की है और उनकी तलाश में जुट गई है।