
नक्सलवाद पर निर्णायक लड़ाई: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अमित शाह से की मुलाकात, पुनर्वास नीति और विकास पर हुई चर्चा
नई दिल्ली/रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में नक्सलवाद के उन्मूलन, बस्तर के विकास और आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 पर गहन चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अमित शाह को अवगत कराया कि नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में है, और सरकार निर्णायक कदम उठाकर इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
नक्सलवाद के खिलाफ सख्त रणनीति
मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बताया कि राज्य और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयासों से नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति लौट रही है। एंटी-नक्सल ऑपरेशन के चलते नक्सली संगठनों की पकड़ कमजोर हो चुकी है, और अब लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच गई है। सरकार का मुख्य उद्देश्य अब स्थायी शांति स्थापित करना और विकास को गति देना है।
आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 का असर
सीएम ने बैठक में बताया कि नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। हाल ही में बीजापुर में 9 इनामी नक्सलियों समेत कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें।
बस्तर में तेज होगा विकास, बुनियादी सुविधाओं पर जोर
बैठक में बस्तर क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। सरकार कौशल विकास, स्वरोजगार और नए रोजगार के अवसर तैयार कर युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने पर फोकस कर रही है।
पर्यटन को मिलेगी नई पहचान
बस्तर की समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। सरकार की मंशा है कि बस्तर संघर्ष की भूमि नहीं, बल्कि शांति, विकास और संभावनाओं का नया केंद्र बने।