
बिलासपुर | खोखरा में मंगलवार शाम करीब 6 बजे बड़ी लूट की वारदात सामने आई। बदमाशों ने बोलेरो वाहन में सवार तीन कर्मचारियों को निशाना बनाते हुए गार्ड को गोली मार दी और ₹78,41,220 की लूट को अंजाम देकर फरार हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी नहर के रास्ते भाग निकले। पुलिस ने तुरंत नाकेबंदी कर जांच शुरू कर दी, लेकिन देर रात तक कोई सुराग नहीं मिला। घायल गनमैन को प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर अस्पताल रेफर किया गया है।
पूरी योजना के साथ दिया वारदात को अंजाम
बोलेरो वाहन से तीनों कर्मचारी रोजाना शराब की 18 दुकानों से करीब एक करोड़ रुपए का कलेक्शन करते थे। घटना के दिन भी वे तय रूटीन के तहत शराब दुकानों से पैसे इकट्ठा कर रहे थे। बदमाशों ने पूरी रेकी करने के बाद ही लूट की इस वारदात को अंजाम दिया।
➡️ खोखरा स्थित शराब दुकान बाहरी इलाके में स्थित थी, जहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।
➡️ रेकी के दौरान बदमाशों को सुरक्षा में बड़ी खामियां नजर आईं, जिनका उन्होंने फायदा उठाया।
सुरक्षा में भारी लापरवाही
रोजाना करोड़ों का कलेक्शन होने के बावजूद सुरक्षा बेहद कमजोर थी।
✔ एकमात्र गार्ड मौजूद था, लेकिन वह हथियार से लैस नहीं था।
✔ वाहन में न तो CCTV कैमरे थे और न ही अन्य सुरक्षा उपकरण।
✔ सुरक्षा प्रबंधों की अनदेखी बदमाशों को वारदात को अंजाम देने का मौका दे गई।
लूट के चश्मदीदों के बयान
🔴 धीरज सिंह (कैशियर):
“जब मैं पैसे लेने अंदर गया, तभी दो नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे। एक ने गन निकालकर धमकाया। मैंने पैसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमला कर दिया।”
🔴 भवानी सिंह (दूसरे कैशियर):
“बदमाश बाइक से आए थे। उनके चेहरे पर काला मास्क था और वे काली पैंट-शर्ट पहने हुए थे। उन्होंने पूरी घटना के दौरान बेहद सटीक तरीके से काम किया।”
🔴 अमन सिंह (ड्राइवर):
“लूट के बाद बदमाश तुरंत बाइक से नहर के रास्ते फरार हो गए। मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे हथियार से लैस थे।”
पिछली घटनाओं से जुड़ी कड़ी
🛑 8 दिन पहले: नहा थाना क्षेत्र में लुटेरों ने रात 10 बजे शराब दुकान से ₹61 हजार लूट लिए।
🛑 15 दिन में दूसरी वारदात: शराब दुकानों के कलेक्शन से जुड़े कर्मियों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा पर सवाल
घटना के बाद जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। पुलिस की जांच टीम छानबीन कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बदमाशों ने घटनास्थल की रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
➡️ हालांकि, रोजाना करोड़ों का कलेक्शन होने के बावजूद सुरक्षा के लचर इंतजामों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
➡️ शराब दुकानें लगातार लुटेरों के निशाने पर आ रही हैं, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था अब तक नहीं की गई।
➡️ पुलिस प्रशासन ने शराब दुकानों पर सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
बड़ा सवाल: आखिर कब रुकेगी लूट?
बढ़ती वारदातों के बीच यह स्पष्ट हो गया है कि शराब दुकानों को लुटेरों ने सॉफ्ट टारगेट बना लिया है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखना होगा कि क्या इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाता है या लापरवाही जारी रहती है।