India-Russia: दो दशक से भी ज्यादा पुराना पुतिन-मोदी का याराना, 2001 में गुजरात के CM रहते पहली बार रूस गए थे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की दोस्ती दो दशक से भी ज्यादा पुरानी है। गुजतरात के सीएम रहते हुए 2001 में पहली बार नरेंद्र मोदी रूस की यात्रा पर गए थे।
लंबे समय से चले आ रहे भारत-रूस के मित्रतापूर्ण संबंधों की जड़ें बहुत गहरी हैं। अलग-अलग दौर में अलग-अलग नेताओं ने दोस्ती के इस वटवृक्ष को सींचा है। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय से ही भारत-रूस संबंधों की मजबूती के कड़ी बने रहे हैं। 6 नवंबर, 2001 को मोदी पहली बार रूस गए, तब वे गुजरात के सीएम थे। तब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भारत-रूस शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर पहली बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले।
दबाव भी…यूक्रेन संघर्ष पर कहा था, युद्ध का युग नहीं
पीएम मोदी और पुतिन ने आखिरी बार 16 सितंबर, 2022 को उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के इतर द्विपक्षीय वार्ता की थी। तब मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए पुतिन पर दबाव डालते हुए कहा था, आज का युग युद्ध का नहीं है। फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से मोदी ने पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ फोन पर कई बार बातचीत की है। हालांकि रूस संग मजबूत दोस्ती के चलते भारत ने अभी तक हमले की निंदा नहीं की है।