
महाकुंभ : भगदड़ के बाद अखाड़ों का बड़ा फैसला, वसंत पंचमी पर होगा अमृत स्नान
महाकुंभ में हालात सामान्य, नागा साधुओं ने किया सांकेतिक स्नान
प्रयागराज । महाकुंभ 2025 के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान रात 1 बजे भगदड़ मचने के बाद अखाड़ों ने बड़ा निर्णय लेते हुए आज का अमृत स्नान स्थगित कर दिया। हालात को देखते हुए अखाड़ों के लिए आरक्षित रास्तों को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया, जिससे सुबह स्थिति सामान्य हो गई।
संतों ने लिया फैसला, वसंत पंचमी पर होगा विशेष स्नान
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने स्पष्ट किया कि अखाड़ों और नागा साधुओं का स्नान पूरी तरह रद्द नहीं हुआ है, बल्कि भारी भीड़ को देखते हुए इसे सुबह के समय टाल दिया गया है। भीड़ कम होते ही अखाड़े अपने निर्धारित क्रम में स्नान करेंगे।
कैलाशानंद गिरि जी ने कहा, “संत समाज हमेशा मानवता की भलाई के लिए कार्य करता है। मौजूदा हालात को देखते हुए हमने निर्णय लिया कि आज हम अमृत स्नान नहीं करेंगे, बल्कि वसंत पंचमी पर धूमधाम से स्नान करेंगे।”
कैसे हुई भगदड़?
रात करीब 1 बजे घाट पर भीड़ अधिक हो गई, इसी दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे और लोगों को जल्दी उठने व आगे बढ़ने को कहा। इससे घबराहट फैल गई और अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई।
शुरुआत में घायलों को तत्काल मदद नहीं मिल सकी, लेकिन बाद में एम्बुलेंस पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा गया। फिलहाल प्रशासन ने भगदड़ में हताहतों या घायलों की आधिकारिक संख्या जारी नहीं की है।
प्रतीकात्मक स्नान में शामिल हुए संत और हस्तियां
भगदड़ के बाद जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी ने योग गुरु बाबा रामदेव और अन्य साधु-संतों के साथ प्रतीकात्मक स्नान किया। इस दौरान बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी भी मौजूद रहीं। उन्होंने श्रद्धालुओं से भीड़ से बचने और जहां संभव हो, वहीं गंगा स्नान करने की अपील की।
प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम
भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। घाटों और मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि आगे कोई अप्रिय स्थिति न बने। सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी रखी जा रही है और आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, प्रशासन तीर्थयात्रियों से संयम और सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है।