
जशपुर। छत्तीसगढ़ शासन की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के बीच जशपुर जिले के जनपद पंचायत पत्थलगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत तरेकेला से गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। ग्रामीणों और निर्वाचित वार्ड पंचों ने सरपंच एवं सचिव पर शासकीय राशि के दुरुपयोग और तकनीकी फर्जीवाड़े के आरोप लगाते हुए सीधे कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम बसंतपुर में पहले से बनी सड़क को कागजों में नया कार्य बताकर दोबारा भुगतान निकाला गया। इस कथित ‘डबल बिलिंग’ को सरकारी धन के गबन का स्पष्ट उदाहरण बताया जा रहा है। इसी तरह पुराने नलकूपों के नाम पर भी राशि आहरण का आरोप है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, विरोध और जांच की आशंका के बाद साक्ष्य बदलने के उद्देश्य से रात के समय नए बोर कराए गए।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। ‘मेरी पंचायत’ एप और ‘ई-ग्राम स्वराज’ पोर्टल पर कार्यों की कथित फर्जी जियो-टैगिंग कर पुराने कार्यों को नया दिखाया गया। इसे गंभीर तकनीकी जालसाजी बताया गया है।
वर्तमान में चल रहे सीसी रोड निर्माण में भी गुणवत्ता मानकों की अनदेखी का आरोप है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की मोटाई निर्धारित मानक से कम है और सूचना पटल भी नहीं लगाया गया। वहीं नाली निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए राशि निकालने की शिकायत भी की गई है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने पंचायत के आय-व्यय से संबंधित कैश बुक और अभिलेख देखने की मांग की, तो सरपंच की ओर से उन्हें अपमानजनक जवाब दिया गया और जानकारी देने से इनकार किया गया।
मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर जशपुर से विशेष ऑडिट, स्वतंत्र जांच टीम द्वारा भौतिक सत्यापन, दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने, पद से हटाने और गबन की गई राशि की पूर्ण वसूली की मांग की है। इसके साथ ही सूचना के अधिकार के तहत पिछले कई वर्षों के कार्यों और वित्तीय लेन-देन की जानकारी भी मांगी गई है।














