Raigarh News: पूरक परीक्षा में भी 20 प्रतिशत छात्र हुए फेल, छात्र-छात्राओं ने यूनिवर्सिटी का किया घेराव
Raigarh News : शहीद नंदकुमार पटेल यूनिवर्सिटी अपनी स्थापना के बाद से लेटलतीफी और गड़बड़ियों की वजह से सुर्खियों में रही है। चार साल बाद भी केआईटी के एक हिस्से में चल रही यूनिवर्सिटी को भवन और परिसर के लिए जमीन नहीं मिली है। विश्वविद्यालय में कभी ऑनलाइन, ऑफलाइन परीक्षा पर विवाद, कभी समय पर परीक्षा और रिजल्ट नहीं कराने और कभी मूल्यांकन में लापरवाही से बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के फेल या सप्लीमेंट्री आने के कारण आए दिन बवाल कटता है।
सोमवार को सैकड़ों स्टूडेंट्स ने एनएसयूआई के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी का घेराव किया। ये छात्र पूरक परीक्षा के परिणाम से असंतुष्ट थे। पहले रिवेल्युएशन में गड़बड़ी और अब सप्लीमेंट्री परीक्षा पर विवाद हो रहा है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि पूरक परीक्षा का मूल्यांकन सही नहीं होने से 20 फीसदी छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा देने के बाद भी फेल हो गए हैं। दो दिन पहले भी छात्राओं ने यूनिवर्सिटी को ज्ञापन देकर शिकायतें की थी। प्रभारी कुल सचिव ने पुनर्गणना के लिए आवेदन के साथ आरटीआई से कॉपी निकलवाने के साथ सुपर सप्लीमेंट्री परीक्षा कराने के लिए आवेदन देने कहा था। छात्र-छात्राओं को जैसे ही पता चला कि यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने पदभार ग्रहण कर लिया है तो एक बार फिर उन्होंने यूनिवर्सिटी का घेराव कर दिया।
छात्र संगठन के साथ 150 से अधिक छात्राओं ने यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट से प्रवेश कर परिसर में धरना देकर बैठ गए। स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ प्रदर्शन किया। नव पदस्थ रजिस्ट्रार को सूचना मिलने के बाद छात्र-छात्राओं से चर्चा के लिए पहुंची। विद्यार्थियों को समझाया गया, लेकिन वे अपने जिद पर अड़े रहे। विद्यार्थियों की जो मांगें है, उस पर निर्णय नहीं हो सका। शाम करीब 5 बजे शहीद नंदकुमार पटेल यूनिवर्सिटी के कुलपति के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त किया।
पीड़ित छात्र भावेश कुमार ने बताया कि वह सक्ती के अर्धशासकीय डिग्री कॉलेज का बीएससी का छात्र है। वह मैथ्स में सप्लीमेंट्री आया, पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया, सप्ली का फार्म भरा एग्जाम दिया। 21 जनवरी को रिजल्ट आया जिसमें पहले सप्ली से भी कम नंबर आए हैं। रजिस्ट्रार- साल भर मेहनत करते हो और उसके परिणाम सही नहीं आते है तो नाराज होना स्वाभाविक है, लेकिन जो मूल्यांकन करने वाला है उसे आपसे निजी दुश्मनी नहीं है, अगर आपको लगता है आपने उत्तर सही लिखा है तो आरटीआई से उत्तरपुस्तिका निकलवा लें।
दूसरा छात्र घरघोड़ा से- आरटीआई से उत्तरपुस्तिका निकलवा भी लेंगे तो मूल्यांकन नहीं होगा, सुपर सप्ली की परीक्षा मुख्य परीक्षा के साथ होगा तो एक साल बर्बाद हो जाएगा। रजिस्ट्रार बोले- विश्वविद्यालय कैलेंडर एक समय सीमा में परीक्षा करना होता है। ऐसा करने पर सभी विद्यार्थियों की डिग्री पिछड़ जाएगी। यूनिवर्सिटी में पहले ही मेन पॉवर की कमी है जिसके कारण परीक्षा में विलंब हो चुका है। छात्र- हमारा भविष्य का एक साल खराब हो रहा है। रजिस्ट्रार- आरटीआई से उत्तरपुस्तिका निकलवा कर विषय प्रोफेसर से जांच कराएं। हम विशेषाधिकार से बाहर जाकर प्रोफेसर उस उत्तरपुस्तिका में जांच के बाद सील व हस्ताक्षर करें। अगर नंबर बढ़े हम आगे कार्रवाई करेंगे अगर बढ़ रहे तो आगे की कार्रवाई यूनिवर्सिटी स्तर पर करेंगे। यूनिवर्सिटी परिसर में कुलपति के सामने विरोध करते हुए छात्र संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता।
जानिए… विद्यार्थियों की क्या-क्या है प्रमुख मांगें 1. छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी आरटीआई में कॉपी एक हफ्ते के भीतर दें, ताकि सभी छात्र अपने कॉपी की जांच अपने इच्छा अनुसार कर सके। 2. विश्वविद्यालय प्रशासन से दूसरा मांग है कि सुपर पूरक परीक्षा का समय मुख्य परीक्षा से पहले लिया जाए, जिससे अस्थाई स्टूडेंट लेने वाले छात्र मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकें। 3. तीसरी मांग है कि सुपर सप्ली परीक्षा परिणाम मुख्य परीक्षा के पहले जारी किया जाए।
Raigarh News : रिवेल्युएशन के साथ आरटीआई के लिए विद्यार्थी कर सकते हैं आवेदन ^छात्रों के विरोध करने के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों से चर्चा की गई। उन्होंने अपनी समस्या बताई है। प्रशासन से जारी एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार ही सत्र चलेगा। पूरक परीक्षा में पूरक हुए विद्यार्थियों को रिवेल्यूशन 28 तारीख तक करने कहा है। 2-3 दिन परिणाम आएगा, फिर आरटीआई से विभिन्न मानकों को पूरा करते हुए उत्तरपुस्तिका निकलवा लें। जांच के बाद अगर नंबर बढ़ेगा तो इस पर विचार किया जाएगा।