
छत्तीसगढ़ योग आयोग के छठवें स्थापना दिवस पर संभाग स्तरीय सात दिवसीय आवासीय योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:
*छत्तीसगढ़ योग आयोग के छठवें स्थापना दिवस पर संभाग स्तरीय सात दिवसीय आवासीय योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:-*
*आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर (छ.ग.)*
रायपुर।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड स्थित योग भवन में योग आयोग के छठवें स्थापना दिवस पर संभाग स्तरीय सात दिवसीय आवासीय योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है जो कि 7 जुलाई से आरंभ हो चुका है तथा 13 जुलाई तक किया जाएगा। इस आयोजन मे बस्तर संभाग से सैकड़ों की तादाद में लोग उपस्थित होकर प्रशिक्षण शिविर में योग का लाभ उठा रहे हैं।
इस प्रशिक्षण शिविर में योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा तथा ख्याति प्राप्त नेत्र चिकित्सक डॉ अनिल गुप्ता द्वारा योग के महत्व को बस्तर संभाग से आए योग साधकों को बताया गया।
डॉ. अनिल द्वारा मन और मस्तिष्क के मध्य अंतर समझाते हुए उदहारण के साथ बताया गया कि किस तरह हम नकारात्मक सोच कि तरफ चले जाते हैं और सच्चाई को समझ नही पाते हैं।
*आज हमें योग के महत्व को समझने की आवश्यकता है: ज्ञानेश शर्मा जी*
छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा जी ने बताया कि योग आध्यात्म और विज्ञान दोनों का एक अद्भुत समन्वय है तथा योग अपने आप में संपूर्ण विज्ञान है।विज्ञान को भी अभी ये नही मालूम कि योग के पीछे क्या क्या अद्भुत चीजें छुपी हुई हैं। जो विज्ञान नही कर पाता उसे योग में करने की क्षमता है। हमारे ऋषि मुनियों ने विरासत में इसे हमारे लिए छोड़ा है।
ज्ञानेश शर्मा ने ने आगे कहा कि हम सरलता से सहजता से जो चीजें हमें मिलती हैं उसके महत्व को नही समझते हैं और हमे इसके महत्व को समझने की आवश्यकता है। यह प्रशिक्षण रायपुर संभाग तथा बिलासपुर संभाग में हो चुका है और अब बस्तर संभाग में चल रहा है। ज्ञानेश शर्मा जी ने कहा कि योग आयोग का गठन इसी उद्देश्य के साथ किया गया है कि योग आयोग में लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा किया जाए। तनाव ही सारी बीमारियों का जड़ है अगर लोग अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करते हैं तो तनाव से मुक्त और हमारी जो दिनचर्या है वो भी संयमित होने लगता है योग स्वास्थ्य के साथ साथ अनुशासन भी पैदा करता है। शर्मा जी ने बताया कि जब से योग आयोग का गठन हुआ है तब से लगभग प्रदेश के 20000 से ज्यादा लोगों ने योग आयोग के प्रशिक्षण से लाभ प्राप्त किया है।
नेत्र चिकित्सक डॉ अनिल गुप्ता ने कहा कि पूरा विश्व आज महामारी से गुजर रहा है लेकिन दूसरी महामारी जो बीमारी है उसमें लाइफस्टाइल और साइकोसˈमैटिक् डिसीज इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब उसे मेडिकल साइंस के द्वारा कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। डॉ अनिल गुप्ता ने कहा कि योग और हमारा आयुर्वेद एक ऐसा माध्यम है जिसे मॉडर्न मेडिकल से जोड़ कर चलाना होगा, इंटीग्रेटेड अप्रोच की आज पूरे विश्व को जरूरत है।
डॉ गुप्ता ने बताया कि बीमारी का कारण तनाव और अस्वस्थ जीवन शैली है। योग आपके तनाव के प्रबंधन को सिखाता है और प्राणिक ऊर्जा, लाइफस्टाइल को ठीक करता है।
कार्यक्रम के अंत में योग आयोग अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा जी ने प्रदेशवासियों को मीडिया के माध्यम से यह संदेश दिया कि कोरोना महामारी के पश्चात और आज के जीवन में सबको सचेत होने की आवश्यकता है। हमारे जीवन का अमूल्य धरोहर हमारा स्वास्थ्य है और स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए सबसे सशक्त और सरल मध्यम योग है और मेरा निवेदन है कि छत्तीसगढ़ का हर व्यक्ति अपनी दिनचर्या में योग को अनिवार्य रूप से शामिल करे कम से कम आधा घंटा योग के लिए निकालने की गुजारिश की है।
यह योग प्रशिक्षण शिविर 13 जुलाई तक जारी रहेगा तथा बता दें कि बिलासपुर संभाग एवम रायपुर संभाग का योग प्रशिक्षण शिविर हो चुका है और अभी बस्तर संभाग का योग प्रशिक्षण रायपुर के वीआईपी रोड योग भवन में चल रहा है।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के योग आयोग अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा , छत्तीसगढ़ योग आयोग के सचिव, एम एल पांडेय ,नेत्र सर्जन डॉ अनिल गुप्ता , डॉ नरेंद्र पांडेय तथा बस्तर संभाग से तथा रायपुर शहर से बड़ी तादाद में उपस्थित होकर योग के महत्व को जाना और प्रशिक्षण लिया।