फर्जी सदस्यता…. फर्जी वोटिंग….भाजपाई और मंदबुद्धि भी चलेगा!

नरेश सोनी
दुर्ग। युवक कांग्रेस का सदस्यता अभियान पूरे शबाब पर है। क्योंकि दुर्ग से विधायक अरूण वोरा के पुत्र संदीप वोरा व उनके समर्थक ठेकेदार आयुष शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए तमाम तरह की मर्यादाएं तार-तार हो चुकी है। कांग्रेस के मातृ संगठन से लेकर अनुशांगिक संगठनों से जुड़े लोगों को बाकायदा टारगेट देकर सदस्यता और वोटिंग करवाई जा रही है। पार्टी के पार्षदों को भी सदस्यता का लक्ष्य दिया गया है। यहां तक कि विपक्षी दल भाजपा के नेताओं, पार्षदों के जरिए भी युवक कांग्रेस के सदस्य बनाए जा रहे हैं। बताते हैं कि पद्मनाभपुर में इसके लिए एक वार-रूम भी बनाया गया है, जहां आईटी एक्सपर्ट्स की एक टीम काम कर रही है। गोया यह युकां का चुनाव न होकर सीधे राष्ट्रपति का चुनाव हो। यह खबर भाजपा के लिए आत्मघाती इसलिए है, क्योकि उसे आने वाले दिनों में विधानसभा का चुनाव लडऩा है।
युकांध्यक्ष के चुनाव में भाग्य आजमा रहा एक प्रत्याशी रविवार को सुबह एक भाजपाई वार्ड में पहुंचा। यहां कई युवाओं से चर्चा करने पर मालूम हुआ कि वार्ड के युवाओं की आईडी महिला पार्षद ने पहले ही ले रखी है। पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि क्षेत्र के युवाओं के नाम से युवक कांग्रेस चुनाव में वोटिंग भी करवा दी गई। इस मामले में भी फर्जीवाड़े की खबर मिली है। बताया जाता है कि युवाओं के मतदाता परिचय-पत्र में जो फोटो है उसमें व वर्तमान फोटो व वीडियो में कहीं मेल नहीं है। बस मिलते-जुलते चेहरे के आधार पर दीगर लोगों से वोटिंग करवाई जा रही है। मतलब, जिस युवा से उसकी आईडी (मतदाता परिचय पत्र) लिया गया, उन्हें मालूम ही नहीं है कि उन्हें युवक कांग्रेस का सदस्य बना दिया गया और उनके नाम से संदीप वोरा व आयुष शर्मा को वोटिंग भी कर दी गई। कई अन्य वार्डों से भी अलग-अलग तरह की खबरें सामने आ रही है।
शहर के मध्य क्षेत्र में रहने वाले एक कट्टर भाजपाई युवक से दबावपूर्वक पार्षद के लोगों ने न केवल सदस्यता करवाई, अपितु वोट भी डलवा दिया। अब यह भाजपाई इस बार को लेकर चिंतित और सशंकित है कि वह भाजपा से कांग्रेस का सदस्य बना दिया गया। यह युवक भाजयुमो के जिलाध्यक्ष नीतेश साहू से जुड़ा हुआ है। इसी क्षेत्र में एक मंदबुद्धि युवक इस बात को लेकर बेहद खुश है कि वह कांग्रेस का सदस्य बन गया है और उसने कांग्रेस (युकां) के चुनाव में बाकायदा वोटिंग भी की है। यह मंदबुद्धि लोगों को बुला-बुलाकर अपनी उपलब्धि बता रहा है। आशय यह है कि संदीप वोरा व आयुष शर्मा को वोट दिलाने के लिए किस तरह की ओझी और गंदी राजनीति की जा रही है।
इधर, यह भी पता चला है कि युकां चुनाव में सदस्यता व वोटिंग के लिए आधार कार्ड और लायसेंस तक का उपयोग जमकर किया गया है। जबकि वोटिंग का प्रमुख आधार मतदाता परिचय पत्र है। हालांकि जानकारों का कहना है कि एक दिन पहले ही दीगर पहचान पत्रों पर रोक लगा दी गई है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि दीगर पहचान पत्रों के जरिए जो फर्जी वोटिंग करवाई गई है, उसका क्या होगा?
वार रूम बना, आईटी एक्सपर्ट्स दे रहे सेवाएं
बताया जाता है कि युवक कांग्रेस के अदने से चुनाव को बेहद हाईटेक बना दिया गया है। एक प्रत्याशी के पद्मनाभपुर स्थित निवास में बाकायदा आईटी एक्सपर्ट्स की एक टीम तैनात की गई है। युकांध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे एक अन्य दावेदार ने इस पर सवाल उठाए हैं। इस दावेदार का कहना है कि आखिर कम्प्यूटर, प्रिंटर समेत अन्य हाईटेक सुविधाओं के जरिए क्या संदेश देने की कोशिश हो रही है? इस प्रत्याशी ने सवाल उठाया,- आखिर आईटी एक्सपर्ट्स से क्या काम लिया जा रहा है? क्या युवाओं के फर्जी वोट करवाने के लिए एक्सपर्ट्स बुलाए गए हैं?
कहां से आ रहे हैं लाखों रूपए
एक सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन-जिन लोगों को युकां का सदस्य बनाया जा रहा है, उनसे ५०-५० रूपए सदस्यता शुल्क लेना है। यह शुल्क किसी भी नए बनाए जाने वाले सदस्य से नहीं लिया जा रहा है। यह राशि प्रत्याशी खुद वहन कर रहा है। संदीप वोरा व आयुष शर्मा के लिए जिस तरह से हजारों की संख्या में सदस्य बनाए जा रहे हैं, उसके बाद सवाल यह उठ रहा है कि सदस्यता शुल्क की लाखों रूपयों की राशि कहां से जुगाड़ी जा रही है? एक सवाल यह भी है कि क्या यह दो नम्बर का पैसा है, जिसे अंधाधुंध खर्च किया जा रहा है। बात सिर्फ सदस्यता शुल्क की ही नहीं है। जिन लोगों को सदस्यता का दायित्व सौंपा गया है, उन्हें भी मोटी रकम दी जा रही है, ताकि वे सदस्य बना सकें और युवाओं का चाय-पानी या पौव्वा-चखना का खर्च मेन्टेन कर सकें।