
ब्रेकिंग न्यूज़ कल से स्कूल का बहिष्कार स्कूल पढ़ने नहीं जाएंगे बच्चे आक्रोशीत पालकों ने बैठक रख लिया निर्णय पालकों ने एस डी एम को सौंपा ज्ञापन
भूपेन्द्र गोस्वामी आपकी आवाज
छुरा- गरियाबंद जिले के छुरा विकासखण्ड के ग्राम चरौदा में हाई स्कूल भवन निर्माण व हाई सेकेंडरी स्कूल नही खोलने से आक्रोशित तीन पंचायत के लोगो ने आज मंगलवार को चरौदा में बैठक कर निर्णय लिया कि जब तक ग्राम पंचायत चरौदा में हाई स्कुल भवन के साथ हाई सेकेंडरी स्कुल शासन द्वारा नही खोला जाता है तब तक समस्त पालको द्वारा अपने बच्चों को कल बुधवार से स्कुल का बहिष्कार करते हुए स्कुल नही भेजने का निर्णय लिया है।
पालको ने कहा कि यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य व विशेष पिछड़ी जनजाति ग्राम चरौदा में 2008 में हाई से हाई स्कुल संचालित जो आज भी अतिरिक्त भवन में संचालित हो रहा है शासन द्वारा 14 वर्ष बीत जाने के बाद भी हाई स्कुल भवन का निर्माण नही किया गया है वर्तमान शिक्षण सत्र में हाई स्कुल चरौदा में 119 बच्चे का दाखिला हो चुका है वही अभी और भी बच्चो का स्कुल में दाखिला की संभावना बनी हुई है लेकिन खुद का हाई स्कुल भवन नही होने के कारण छात्रों को अतिरिक्त कक्ष भवन में अध्यापन का कार्य मजबूरी में कराया जा रहा है जबकि अतिरिक्त कक्ष के हिसाब से स्कुल में अध्ययनरत छात्रों की संख्या बहुत ज्यादा है।
इस मामले को लेकर भाजपा नेता व ग्राम पंचायत चरौदा के पूर्व उपसरपंच इमरान अली ने कहा कि एक तरफ सरकार शिक्षा का अधिकार कानून की बात करती है तो वही दूसरी तरफ स्कूली बच्चों को सुविधा प्रदान कराने में असहाय साबित हो रही है उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 से ग्राम चरौदा में हाई स्कुल संचालित है पहले जनभागीदारी समिति के द्वारा हाई स्कुल का संचालन किया जा रहा था उसके बाद 2008 में शासन द्वारा अतिरिक्त कक्ष में ही हाई स्कूल का संचालन किया जा रहा है आज हाई स्कूल को संचालित 14 वर्ष होने को है पर विडंबना है कि हाई स्कूल का खुद का भवन नही है उन्होंने आगे बताया कि ग्राम चरौदा में हाई स्कूल भवन निर्माण व हाई सेकेंडरी स्कूल खोलने की मांग शासन प्रशासन से पच्चीसों बार आवेदन कर चुके है लेकिन शासन द्वारा आज पर्यंत तक हाई स्कूल भवन का निर्माण नही कराया जाना समझ से परे है।
वही पालको ने बताया कि ग्राम चरौदा में हाई सेकेंडरी स्कूल नही होने के कारण कईं छात्राओं को दसवीं क्लास के बाद कि पढ़ाई छोड़नी पड़ती है बच्चे चाहकर भी आगे की पढ़ाई नही कर पाते। आज भी चरौदा क्षेत्र के बच्चे दसवीं के बाद हाई सेकेंडरी की पढ़ाई करने 15 किलोमीटर का सफर तय कर कोसमी,दुल्ला,छुरा, वही गरियाबंद जिले से लगे महासमुंद जिले के स्कूलों का सहारा लेते है पालको ने आगे बताया कि गाँव से हाई सेकेंडरी का स्कूल दूर व जंगली रास्ते से होने की वजह से पालको को छात्रों की चिंता सताती रहती है कइयो बच्चियों को तो दसवीं क्लास के बाद कि पढ़ाई इसी कारण छोड़नी पड़ती है क्यूंकि कुछ वर्ष पहले बिजापाल की एक छात्रा को स्कूल जाते समय एक तेंदुवे ने हमला कर दिया था जिससे छात्रा की मौत हो गई थी जिसके बाद से पालको के द्वारा अपने बच्चो को अकेले जंगल के रास्ते से स्कूल भेजने में डर बना हुआ है। वही आज की बैठक में आक्रोशित पालको ने सभी के सलाह से बैठक रखकर यह निर्णय लिया गया है कि 12/ 07 / 2022 से कोई भी बच्चा स्कुल नही जाएगा जब तक शासन प्रशासन के द्वारा ग्राम चरौदा में हाई स्कूल भवन निर्माण के साथ हाई सेकेंडरी स्कूल नही खोला जाता जिसके लिए आज ग्रामीणों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय छुरा पहुचकर अनुविभागीय अधिकारी ,मुख्यकार्यपालन अधिकारी, बी ई ओ छुरा व थाना प्रभारी छुरा को ज्ञापन सौंपा गया है। इस अवसर पर लच्छान नेताम सरपंच ग्राम पंचायत चरोदा, सुंदरलाल सरपंच ग्राम पंचायत पटपरपाली, शांति नागेश जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 14, इमरान अली , डिगेश्वर् नागेश, रामचंद्र नायक, रामचंद्र नेताम, टिकुम्, कौशल सिंह, अकबर, अशोकराम नैनकुमार, मोहरसिंग, बिसराम, कोमल, दाऊ लाल, नारद, पंचराम, माधर् सिंह, हीरालाल, खमसिंह, राम सिंग, तेजराम, तराचंद, जीवनलाल, अशोक, वेजराम, नारद राम, हेमलाल, रमा देवी, सुशील, कामेशवरी, रेवत केशो, पिलसिंग, सफर अली सहित बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत मोंगरा, ग्राम पंचायत पटपरपाली, ग्राम पंचायत चरौदा के पालक व ग्रामीण उपस्थित थे।
