विराट ने जिस जोड़ी को कभी तोड़ा था अब उसी को जोड़कर मिलेगी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत!

ये जोड़ी है रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandra Ashwin) की. इन दोनों गेंदबाजों ने करीब 3-4 साल भारत के लिए कमाल का प्रदर्शन किया. इन दोनों ही गेंदबाजों की एक बड़ी खासियत थी. ये किफायती थे. समझदारी से गेंदबाजी करते थे और जब भी कप्तान को विरोधी टीम के विकेट की जरूरत होती थी ये वो जिम्मेदारी निभाते थे. लेकिन फिर 2017 में कुछ ऐसा हुआ कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने इस बेमिसाल जोड़ी को तोड़ने का फैसला किया. कुछ ही दिन बाद दोनों ही गेंदबाज टीम इंडिया से बाहर हो गए. इनकी जगह ली युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने. चहल और कुलदीप की जोड़ी ने भी शानदार शुरूआत की. जल्दी ही इस जोड़ी को कुलचा के नाम से जाना जाने लगा.

फिर धीरे धीरे रवींद्र जडेजा की टीम में वापसी हुई. उन्होंने वापस कप्तान विराट कोहली का भरोसा जीता. अब जडेजा एक बार फिर टीम इंडिया के प्लेइंग 11 का नियमित हिस्सा बन गए हैं. लेकिन अश्विन अभी तक ऐसा करने में नाकाम रहे हैं. उन्हें टीम में जगह तो मिल गई है लेकिन अभी वो प्लेइंग 11 में जगह पाने का इंतजार कर रहे हैं. पहले आपको बताते हैं कि करीब पांच साल पहले ऐसा क्या हुआ था तब विराट कोहली ने इस जोड़ी को तोड़ा था. उसके बाद बात करेंगे टी20 विश्व कप में 31 अक्टूबर को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ होने वाले अहम मैच में इन दोनों गेंदबाजों के एक साथ खेलने की संभावना पर.

2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल की है कहानी

तारीख थी 18 जून 2017. चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल ओवल में था. भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. उस मैच में अश्विन और जडेजा दोनों प्लेइंग 11 का हिस्सा थे. इन दोनों के अलावा भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और केदार जाधव के जिम्मे भी गेंदबाजी थी. लेकिन इनमें से कोई भी गेंदबाज पाकिस्तान के बल्लेबाजों को आउट नहीं कर पाया. पाकिस्तान का पहला विकेट 23वें ओवर में 128 के स्कोर पर गिरा था. पाकिस्तान के टॉप ऑर्डर के तीनों बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की थी. अजहर अली ने 59, फकर जमां ने 114 और बाबर आजम ने 46 रन बनाए थे.

इस मैच में अश्विन ने 10 ओवर में 70 और जडेजा ने 8 ओवर में 67 रन दिए थे. इन दोनों के ही खाते में एक भी विकेट नहीं आई थी. पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 339 रन का लक्ष्य दिया था. इस बड़े लक्ष्य का पीछा करने में भारतीय टीम बुरी तरह लड़खड़ाई थी और कुल 30.3 ओवर में 158 रन पर ऑलआउट हो गई थी. पाकिस्तान ने वो मुकाबला 180 रन के बड़े अंतर से जीता था. इसके बाद विराट कोहली का अश्विन और जडेजा से भरोसा कम हो गया था.

एक और एक ग्यारह बनेंगे जडेजा और अश्विन

पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत ने वरुण चक्रवर्ती को ‘मिस्टी’ स्पिनर के तौर पर टीम में शामिल किया था. लेकिन वरुण कोई कमाल नहीं कर पाए. इसके बाद से ही ये चर्चा है कि विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट आर अश्विन को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उतारने की तैयारी मे हैं. एक तो अश्विन अनुभवी गेंदबाज हैं. दूसरा उनमें हर तरह की विकेट पर गेंदबाजी करने की क्षमता है. वो ‘वेरिएशन’ करने में माहिर हैं. एक ओवर में 6 की 6 गेंद अलग तरीके से फेंक सकते हैं. अगर भारतीय टीम को बाद में गेंदबाजी करनी पड़ी तो अश्विन के पास गीली गेंद से गेंदबाजी करने के तरीके हैं.

इसके अलावा न्यूज़ीलैंड की टीम में जेम्स नीशम, डेवॉन कॉन्वे और मिचेल सैंटनर जैसे खिलाड़ी हैं जो बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं. अश्विन ऐसे बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं. पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार के बाद भारत के प्लेइंग 11 पर कई सवाल उठे थे. इस हार के बाद टीम इंडिया की वैकल्पिक प्रैक्टिस में भी अश्विन सक्रिय नजर आए थे. ये संकेत इशारा करते हैं कि करीब पांच साल बाद जडेजा और अश्विन एक बार फिर एक और एक ग्यारह बनकर टीम इंडिया को मुश्किल से निकालने की तैयारी में हैं.

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