*शिक्षकों के हाथों बच्चों का भविष्य खतरे में शिक्षा की शुरुआत होते ही शाला छोड़कर पास के जंगल में खेलने लगे जुआ…*

शिक्षकों के हाथों बच्चों का भविष्य खतरे में शिक्षा की शुरुआत होते ही शाला छोड़कर पास के जंगल में खेलने लगे जुआ।

छत्तीसगढ़ में 16 जून को शाला प्रवेशोत्सव मनाया गया था. इस दिन से नये सत्र के शिक्षा की शुरुआत हो गई. हालांकि कोंडागांव में जुआरी शिक्षकों के हाथों बच्चों का भविष्य है.

दरअसल, कोंडागांव जिले के फरसगांव पुलिस ने जुआ खेलते हुए 8 आरोपियों को 16 जून 2022 को गिरफ्तार किया था. जिनसे 80,600 रुपये बरामद किए गए थे. इसके अलावा पुलिस ने 3,80000 रुपये की संपत्ति जब्त की थी.

इन 8 आरोपियों में 2 शिक्षक भी थे, जो 16 जून 2022 को शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान शाला छोड़कर पास के जंगल में जुआ खेलने पहुंचे थे. इनमें से एक शिक्षक सलेश सिंह पैकरा, जो शासकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नालाझर विकासखंड माकड़ी जिला कोंडागांव में पदस्थ हैं. दूसरा शिक्षक जयलाल मरकाम, जो शासकीय जनपद प्राथमिक शाला कोंगेरा संकुल बांसगांव विकासखंड और जिला कोंडागांव में पदस्थ हैं.

16 जून को कोंडागांव पुलिस ने की थी कार्रवाई : पुलिस से मिली जानकारी अनुसार दोनों जुआरी शिक्षक अन्य 6 जुआरियों के साथ 16 जून 2022 को ग्राम चरकई विकासखंड माकड़ी के जंगल से जुआ खेलते पकड़े गए थे. पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर 16 जून 2022 को लगभग 3:00 बजे 8 जुआरियों को ग्राम चरकई के जंगल से गिरफ्तार किया गया था.

बता दें कि स्कूल का समय सुबह 10:00 बजे से 4:00 बजे तक रहता है. पर दोनों ही शिक्षक कार्यालयीन समय में शाला छोड़कर जंगलों में जुआ खेलने पहुंच गए थे. पुलिस ने यह भी बताया कि सभी आठ जुआरी आदतन जुआरी हैं. सभी जुआरियों को गिरफ्तार कर एसडीएम के सामने पेश किया गया है. जहां से इनको मुचलके पर छोड़ दिया गया. इस विषय में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक पटेल ने बताया कि “मामले के संज्ञान में आने के बाद भी जुआरी शिक्षकों पर सिविल आचरण संहिता के नियमों के आधार पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।

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