
एलॅन्स स्कूल में श्रद्धाभाव से मनाई गई गणेश चतुर्थी
दिनेश दुबे 9425523689
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*एलॅन्स स्कूल में श्रद्धाभाव से मनाई गई गणेश चतुर्थी*
बेमेतरा = देवाताओं में इष्ट भगवान गणेश का जन्म दिवस के रूप में भाद्रपद मास के चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में पूरा देश पर्व को बड़े हर्ष उल्लास मनाते चले आ रहा है।
*आज एलॅन्स परिसर में गणराज की विधि विधान के साथ स्थापना की गई। बाप्पा का स्वागत ढोल नगाड़े बजाकर नृत्यकर तथा फूल बरसाकर किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने गणपति बाप्पा मोरया के नारों से परिसर को गुंजायमान कर दिया। सुबह से ही बच्चों के मुख मण्डल पर बाप्पा की स्थपना को लेकर उल्लास देखा गया। विद्यालय के छात्र -छात्राओं ने श्रद्धा और भक्ति से बाप्पा की सेवा की।
*विद्यालय के प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता ने गणेश मंत्र उच्चारण द्वारा भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की। इसी श्रृंखला में उन्होंने बच्चों को गणेश चतुर्थी की महत्ता का बखान किया। गणेश चतुर्थी क्यां, कब और कैसे मनाते है इस पौराणिक कथा का सागर्भित वर्णन किया। उन्होने कहा कि गणेश चतुर्थी मनाने को लेकर मान्यता है कि भाद्रपद मास की चतुर्थी को गणेश जी ने महाभारत लेखन कार्य आरंभ किया था।
* महर्षी वेदव्यास ने महाभारत की रचना के लिए गणेशजी का आव्हन किया था। चतुर्थी के दिन ही श्लोक का लिपिबद्ध किया था। भगवान गणेश प्रथम पूजनीय कैसे बने इसकी रोचक कथा भी बच्चों से कही। उन्होने कहा इस दिन का अध्यात्मिक महत्व है हमे आत्म अवलोकन तथा सभी इन्द्रियों को नियंत्रित करते हुए भगवान गणेश का ध्यान लगाना चाहिए। तथा निर्मल मन से भगवान की पूजा अर्चना करना चाहिए। भगवान गणेश विघ्न हरता है। जो हमारे विघ्नों का हरण करते है।
पूजा अर्चना के उपरांत भक्ति में सराबोर भक्तों ने भजन किर्तन कर अपना भक्ति का परिचय दिया। शिक्षक – शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थिगणां ने एकदंत की पूजा अर्चना में अपनी भागीदारी दी तथा भक्ति में झूम उठे। अंत में प्रसाद का वितरण किया गया।

