
जय व्यापार पैनल के प्रत्यासी भरत लाल वलेचा ने शहर में शुरू किया व्यापक प्रचार प्रसार
*जय व्यापार पैनल को हर वर्ग के व्यापारियों का मिल रहा समर्थन*
रायगढ़ – चेंबर ऑफ कॉमर्स प्रदेश मंत्री पद के अधिकृत प्रत्याशी भरत लाल वलेचा जय व्यापार पैनल की पूरी टीम पूरे
जोश और हर्षौल्लास के साथ आज शहर के पुरानी हटरी, गद्दी चौक, होते हुए सिटी मॉल उसके बाद सुभाष चौक चक्रधर नगर इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचे जहां उन्होंने व्यापारी भाइयों से वन टू वन मुलाकात की। इस दौरान व्यापारियों की समस्याएं सुनी गई व्यापार में हो रही समस्याओं को नोट करते हुए व्यापार से जुड़ी सभी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वाशन दिया।
बता दें कि जय व्यापार पैनल के अधिकृत प्रत्याशी भरत लाल वलेचा व्यापार जगत के लिए
नामचीन है उन्हें लोग उनके
सरल और मृदुभाषी व्यवहार के लिए भी जानते हैं जिसका
लाभ भी उन्हें चेंबर के इस चुनाव में उनको मिलता हुआ दिखाई दे रहा है विदित हो कि आने वाले
16 अप्रैल दिन बुधवार को
चेंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव होना है इसके लिए चुनाव प्रचार की तैयारियों दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है खरसिया में भी जय व्यापार के पक्ष में मजबूती से
प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
इसी क्रम में सुबह शहर से शाम तक जय व्यापार द्वारा चुनाव
प्रचार तेज किया गया है।
*वरिष्ठ व्यापारियों का जय व्यापार के प्रत्यासी भरत लाल वलेचा को मिल रहा आशीर्वाद*
चेंबर ऑफ कॉमर्स चुनाव के लिए प्रचार में दुकान दुकान पहुंच रहे जय व्यापार पैनल के प्रत्यासी भरत लाल वलेचा को शहर के
थोक और चिल्लहर व्यापार से
जुड़े वरिष्ठ व्यापारियों का
विशेष आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। वरिष्ठ व्यापारियों का कहना है कि चेंबर का चुनाव व्यापार से जुड़ा चुनाव है इसमें किसी भी व्यक्ति विशेष और सामाजिक तौर पर प्रचार नहीं किया जाना चाहिए व्यापार में हर कोई जुड़ा हुआ होता है। इसलिए इसमें सभी वर्गों को महत्व दिया जाना आवश्यक है चेंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव व्यापारियों की आवाज
को बुलंद करता है ऐसे में जो
सभी को लेकर चलेगा उसका
पडला भारी होगा।
प्रचार प्रसार के तीसरे दिवस पर
जय व्यापार पैनल मंत्री पद के प्रत्यासी भरत लाल वलेचा के साथ प्रमुख मार्गदर्शक संतोष अग्रवाल, रामनिवास मोड़ा, प्रमोद अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, गोपी सिंह ठाकुर, महेश जेठानी, किशोर तलरेजा , मनीष उदासी, मनोहर छाबड़ा, विमल अग्रवाल, अभिलाष कछवाहा, अनिल कटियार, उपस्थित रहे।

