कलेक्टर ने कुनकुरी एवं बगीचा विकासखंड के एसडीएम व तहसील कार्यालय का किया  निरीक्षण…… एसडीएम व तहसीलदार को लंबित प्रकरणों के निराकरण में गति लाने के दिए निर्देश

कार्यालय के विभिन्न शाखाओं का अवलोकन करते हुए मदवार प्रकरणों की ली जानकारी, समस्त प्रकरणों का अनिवार्य रूप से कराए पंजीयन-कलेक्टर

जशपुरनगर 12 जुलाई 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज कुनकुरी एवं बगीचा विकासखंड के अनुविभागीय अधिकारी व तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय के विभिन्न शाखाओं का अवलोकन करते हुए मदवार प्रकरणों की विस्तार से जानकारी लेते हुए निराकरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष से अधिक लंबित प्रकरणों का जल्द से जल्द सुनवाई कर निराकरण पूर्ण किया जाए। इस अवसर पर सम्बंधित विकासखंड के एसडीएम, जनपद सीईओ, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने एसडीएम न्यायालय, तहसीलदार न्यायालय  के कार्य,  नामांतरण, बटांकन, सीमांकन सहित अन्य प्रकरणों की मदवार जानकारी लेते हुए एसडीएम, तहसीलदार को सभी लंबित प्रकरणों का यथाशीघ्र जांच पूर्ण कर निराकृत कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम तथा तहसीलदार नियमित रूप से कोर्ट लगाकर लंबित प्रकरणों की सुनवाई करे एवं  निराकरण में गति लाए। जिससे लंबित प्रकरणों के निराकरण में तेजी आए एवं आवेदकों को अनावश्यक रूप से कार्यालय के चक्कर लगाने की आवश्यकता न पड़े।
श्री कावरे ने  कार्यालय में रिकार्डो एवं दस्तावेजो की उचित संधारण करने एवं समस्त प्रकरणों का अनिवार्य रूप से पंजीयन कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सभी पक्षकारों को एसएमएस के माध्यम से पेशी के संबंध में सूचित करने की बात कही।  
 कलेक्टर ने कार्यालय के कानूनगो शाखा, नाजिर शाखा, नकल शाखा सहित अन्य सभी शाखाओं का निरीक्षण कर संधारित रजिस्टरों , कर्मचारियों के सेवा पुस्तिका, वर्षामापी रजिस्टर, सर्वे उपकरण पंजी सहित अन्य पंजियों का अवलोकन किया। उन्होंने रजिस्टरो का अद्यतन कराने एवं पुराने रिकॉर्ड्स व दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के लिए जिला कार्यालय भिजवाने की बात कही।  उन्होंने विकासखण्ड में कार्यरत पटेल- कोटवार की रजिस्टर का अवलोकन करते हुए उनके मानदेय भुगतान का भी रजिस्टर का भी उचित संधारण करने के निर्देश दिए।
श्री कावरे ने सभी राजस्व अधिकारियों को लोकसेवा गारंटी के आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करने एवं प्रकरणों का रजिस्टर निर्धारित प्रारूप में संधारित करने की बात कही। उन्होंने आरबीसी 6-4 के तहत् प्राकृतिक आपदा से हुए आकस्मिक मृत्यु के प्रकरणों की जानकारी ली और प्रभावित परिवारों को मुआवजा राशि अविलम्ब उपलब्ध कराने की हिदायत दी। साथ ही भुगतान पंजी का उचित संधारण करने के निर्देश दिए

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