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छत्तीसगढ़ के इस जिला के कलेक्टर की प्रेसवार्ता और “हॉटपॉट”को लेकर मच गया बवाल… पढ़े क्या हैं मामला…

जशपुर। कलेक्टर की प्रेसवार्ता में बंटे हॉटपॉट को लेकर बवाल मच गया हैं। हॉटपॉट की क्वालिटी को लेकर हो रहे ट्रेंज के बीच उनके सिपहसलार ने लोगो से मामला को शान्त कराने फिर से वार्ता शुरू की हैं।

बता दें कि वैसे तो भ्रष्टाचार और लापरवाही को लेकर कई खबरे लोग पढ़ चुके है। लेकिन जशपुर में जो हुआ उसे पढ़कर न केवल हंसी आएगी बल्कि आप ये सोचने के लिए विवश हो जाएंगे की ख़बर लिखने वाले पत्रकार भी इसके शिकार हो सकते है ? दरअसल मामला जशपुर का है जहां जिला प्रशासन ने पत्रकारों का सम्मान करते हुए उन्हें उपहार में मंच से हॉटपॉट दिया गया। जब पत्रकारों ने घर जाकर डब्बा खोला तो दंग रह गए ? हॉटपॉट की जगह उसमे बेहद घटिया और टूटा फूटा प्लास्टिक का डब्बा निकला।
बुधवार को 22वां राज्यस्तरीय हॉकी टूर्नामेंट का समापन था। इस मौके पर संसदीय सचिव युडी मिंज,जशपुर विधायक विनय भगत और जिले के कलेक्टर रितेश अग्रवाल सहित जिले के तमाम जनप्रतिनिधि और सरकारी महकमे के अफसर मौजूद रहे । इस दौरान जिले के इतिहास में पहली बार शिक्षा विभाग के द्वारा इस मंच से पत्रकारों को उपहार देकर समनानित करने की योजना भी बनाई गई।योजना के मुताबिक कलेक्टर और दोनो विधयकों की मौजूदगी में पत्रकारों को एक एक करके मंच पर बुलाया गया और उंन्हे उपहार स्वरूप “हॉट पॉट” देकर सम्मानित किया गया ।लेकिन सुबह होते ही “हॉट पॉट”को लेकर मामला काफी “हॉट” हो गया ।हुआ ये कि दिक्षा विभाग के द्वारा पत्रकारों के सम्मान में जो हॉट पॉट दिये गए थे वो किसी ऑर्डनरी कम्पनी का तो था ही साथ साथ यह भी हो हुआ कि हॉट पॉट खोलते ही उसके नीचे का हिस्सा भी खुल गया।
फिर क्या था पत्रकारों का पारा सातवें आसमान पर जा पहुँचा और पत्रकारों ने फेसबुक में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी शुरू कर दी ।पत्रकारों ने फेसबुक में लिख दिया कि यह सम्मान नहीं बल्कि पत्रकारों का अपमान हुआ है। बेहतर होता जिन्हें सम्मान करने की मंशा थी वो महज नारियल से पत्रकारों का सम्मान कर देते ।घटिया और ऑर्डरनरी डब्बा देने की क्या जरूरत थी । पत्रकारों की प्रतिक्रिया फेसबुक में आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया ।मामला तब और गर्म हो गया जब पत्रकार हॉट पॉट को लेकर राजीव गांधी शिक्षा मिशन कार्यालय पहुँच गए और हॉट पॉट को राजीव गांधी शिक्षा मिशन के दफ्तर में रखकर वापस आ गए ।
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अधिकारी नरेंद्र सिन्हा ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पत्रकारों को ब्रांडेड कम्पनी का हॉट पॉट मंगवाकर देने का वादा किया लेकिन पत्रकार मानने को तैयार नही हुए और डब्बा छोड़कर वापस लौट गए।
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अधिकारी (DMC)की माने तो

“हमारी मंशा पत्रकारों को सम्मानित करने की थी ।उनक्त अपमान करना मेरा मकस्स नहीं था ।दुकान वाले की गलती से ऐसा हो गया । सुबह जैसे ही पता चला दुकान से cello कम्पनी का हॉट पॉट खरीद कर लाया गया है ।पत्रकार उनकी बात समझ गए है कोई नाराजगी नहीं है।

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