हेडिंग- बैनर, फ्लेक्स और होर्डिंग्स पर आज से प्रतिबंध

 

प्वाइंटर- सिंगल यूज प्लास्टिक और थर्मोकोल भी नहीं

राजकुमार मल

भाटापारा- सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध का पहला दिन बेहद खामोशी के बीच गुजरा। लाख कोशिश के बाद भी यह क्षेत्र स्टॉक में बचा उत्पादन का निपटान नहीं कर पाया। इस बीच पी वी सी से बनने वाले बैनर, फ्लेक्स, होर्डिंग्स और फोम के बोर्ड भी प्रतिबंध के दायरे में लिए जा चुके हैं। लिहाजा यह कारोबार भी अब लगभग सड़क पर आ चुका है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट के बाद प्लास्टिक के निपटान में आ रही दिक्कतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन, भंडारण, परिवहन, विपणन और विक्रय पर सख्ती के साथ बंदिश लगा दी है। आदेश जारी करने के पहले इकाइयों और विक्रेताओं को पर्याप्त समय दिया जा चुका है लेकिन विकल्प नहीं सुझाए जाने से यह क्षेत्र का सांसत में है। इकाइयों में उत्पादन तो बंद हो चुका है लेकिन बाजार में अभी भी 3 माह तक चल सकने वाली सामग्रियां हैं। इसलिए एक बार फिर से समय मांगने के संकेत मिल रहे हैं।

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बैनर, फ्लेक्स और होर्डिंग्स

1 जुलाई से प्रभावी आदेश में पीवीसी से बनने वाले बैनर, फ्लेक्स और होर्डिंग्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसमें फोम से बनने वाले बोर्ड भी शामिल होंगे। बंदिश का असर इस बाजार पर भी पड़ना तय माना जा रहा है क्योंकि प्रचार की सामग्रियां बनाने वाली इन इकाइयों की संख्या अच्छी-खासी है। आदेश के बाद खंभों पर लगी ऐसी प्रचार सामग्रियों को उतारने का काम चालू हो चुका है।

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यह सामग्री भी नहीं

प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट में भारी परेशानी और पर्यावरण पर प्रदूषण के बढ़ते बोझ को देखते हुए जो प्रतिबंध लगाया गया है, उसके घेरे में प्लास्टिक के स्टिक, ईअर बड्स, गुब्बारों के स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, कप, प्लेट, गिलास, कटलरी, कांटा ,चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, मिठाई के डिब्बे के ऊपर लगने वाला प्लास्टिक, पैकिंग फिल्म, निमंत्रण कार्ड, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक के साथ थर्मोकोल से बनी सामग्रियां शामिल हैं।

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माल अभी भी जाम

ऐसे कारोबार करने वाली संस्थानें सांसत में आ चुकीं हैं क्योंकि बाजार में अभी भी 3 माह का स्टॉक बचा हुआ है। लिहाजा यह क्षेत्र समय की मांग रखने का संकेत दे रहा है ताकि मिलने वाली संभावित अवधि में इसका निपटान किया जा सके। मालूम हो कि आदेश में उत्पादन, भंडारण, परिवहन और विक्रय पर सख्ती के साथ प्रतिबंध लगाने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए गए हैं।

प्रतिबंध के आदेश से इंकार नहीं है लेकिन विकल्प भी सुझाया जाना चाहिए था। जो स्टॉक बचा हुआ है, उसके निपटान के लिए पर्याप्त समय दिए जाने चाहिए।

– मोहन बजाज, संचालक, बजाज रस्सी वाला, बिलासपुर

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