10 साल पहले स्कूल तो हुवा शुरू पर भवन का नही हुवा निर्माण, सैकड़ों छात्र छात्राओं की नहीं हो रही पढ़ाई, जिम्मेदार बने हैं मुकदर्शक

कमरो के अभाव मे कक्षा 9वीं एवं कक्षा 11वीं के सैकड़ो छात्रो की अघोषित छुट्टी, बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं बेहद जर्जर भवन मे हो रही है संचालित, शिक्षा विभाग बड़ी दुर्घटना के इंतिजार मे

भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज

गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र मे बदहाल शिक्षा व्यवस्था से सभी अच्छी तरह वाकिफ है यहा शिक्षा विभाग के आला अफसरो का ध्यान शिक्षा मे देने के बजाय शिक्षा के नाम पर सामाग्री खरीदी करने मे कुछ ज्यादा दिखाई दे रहा है जिसके कारण इस आदिवासी क्षेत्र के हायर सेकेण्डरी स्कूल के सैकड़ो बच्चो को शिक्षा हासिल नही हो पा रहा है। छात्र -छात्राएं स्कूल मे पहुंचकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते है पर भवन नही होने के कारण नये शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के लगभग पांच माह बाद भी हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल के सैकड़ो छात्र -छात्राओ को अघोषित छुट्टी दे दिया गया है।

इस गंभीर समस्या से कई बार स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि एवं शिक्षक छात्र शिक्षा विभाग के आला अधिकारियो को बकायदा तहसील मुख्यालय मैनपुर और जिला गरियाबंद शिक्षा कार्यालय पहुंचकर आवेदन देकर समस्या से अवगत करा चुके है लेकिन गरियाबंद जिले मे शिक्षा विभाग के अफसर इतना उदासीन रवैया अपनाये हुए है कि स्कूल मे आकर पढ़ाई करने वाले बच्चो के लिए कमरा तक की व्यवस्था नही कर पाये और तो और अपने एसी रूम को छोड़कर इस आदिवासी क्षेत्र के समस्याग्रस्त स्कूल के निरीक्षण करने आज तक नही पहुंचे है जिसके कारण शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पांच माह बाद भी कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं की कक्षाएं आज तक नही लग पायी है और सरकार के आदेशो का धज्जियां उड़ाते हुए सैकड़ो छात्र -छात्राओ को अघोषित रूप से छुट्टी दे दिया गया है।

मैनपुर विकासखण्ड मुख्यालय से लगभग 55 किमी दुर नेशनल हाइवे 130 सी के ऊपर बसे ग्राम ध्रुवागुड़ी मे शासन द्वारा वर्ष 2001 -02 मे हाईस्कूल प्रारंभ किया गया ग्रामीणो के मांग पर और छात्रो की बढ़ती संख्या को देखते हुए वर्ष 2012 -13 मे इस हाईस्कूल को हायर सेकेण्डरी स्कूल के रूप मे उन्नयन किया गया।

लगभग 10 वर्ष पहले ग्राम ध्रुवागुड़ी मे शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तो प्रारंभ कर दिया गया लेकिन आज तक यहां हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन निर्माण नही किया गया कई बार भवन निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, ग्रामीण, छात्र -छात्राएं जन समस्या निवारण शिविर और मैनपुर तथा गरियाबंद पहुंचकर शिक्षा विभाग के आला अधिकारियो को मांगपत्र आवेदन दे -देकर थक चुके लेकिन अब तक भवन निर्माण नही किया गया।

यहां मिडिल स्कूल भवन के एक मात्र अतिरिक्त कमरा तथा एकदम जर्जर हो चुके कवेलु वाला वर्षो पुराने स्कूल भवन के बरामदे मे बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं संचालित किया जा रहा है यह कवेलु वाला जर्जर भवन इतना ज्यादा जीर्ण-शीर्ण हो गया है कि लकड़ी के खम्भे के सहारे छत को जैसे -तैसे सहारा देकर जान जोखिम मे डालकर आदिवासी क्षेत्र के सैकड़ो बच्चे अपने सुनहरे भविष्य गढ़ रहे है और भवन नही होने तथा कमरो की कमी के कारण यहां हाईस्कूल कक्षा 9वंी और हायर सेकेण्डरी स्कूल कक्षा 11वंी के सैकड़ो छात्र -छात्राओ को अघोषित रूप से छुट्टी दे दिया गया है इन बच्चो के लिए स्कूल मे जगह नही होने के कारण ये बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ध्रुवागुड़ी मे कुल 216 छात्र -छात्राएं अध्यनरत है और कक्षा 9वीं मे 62, कक्षा 10वीं मे 60, कक्षा 11वी मे 51 एवं कक्षा 12वीं मे 43 छात्र -छात्राएं अध्यनरत है यहां शिक्षको की पर्याप्त व्यवस्था है 9 व्याख्याता यहां पदस्थ है।

नेशनल हाइवे से लगे होने के बावजूद शिक्षा विभाग के अफसर इस विद्यालय के निरीक्षण मे अब तक नही पहुंचे,

प्राचार्य मोतीलाल कोमर्रा ने विद्यालय की समस्या के बारे मे बताया

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ध्रुवागुड़ी के प्राचार्य मोतीलाल कोमर्रा ने बताया मात्र एक अतिरिक्त कमरा और बरामदे मे बोर्ड कक्षाएं 10वीं और 12वीं की कक्षाएं संचालित हो रहा है यहां कमरा नही है भवन का अभाव है ऐसे मे कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं के बच्चो को छुट्टी देने के सिवाय कोई दुसरा रास्त नही है,

क्या कहते है विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी

विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आर आर सिंह ने बताया शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ध्रुवागुड़ी मे भवन नही होने के कारण कक्षा 9वीं और 11 वीं की कक्षा

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