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2024 चुनावी बिगुल: 31 दिसंबर को हो सकती है तारीखों की घोषणा, देरी पर एक महीने तक बढ़ेगी प्रक्रिया

31 दिसंबर 2024 को हो सकती है चुनाव तारीखों की घोषणा, देरी से टल सकती है चुनाव प्रक्रिया एक महीने तक

भारत में अगले आम चुनावों की तारीखों की घोषणा को लेकर कयासों का दौर तेज हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा 31 दिसंबर 2024 को तारीखों की घोषणा किए जाने की संभावना जताई जा रही है। अगर इस दिन चुनाव तारीखों की घोषणा नहीं होती है, तो चुनाव प्रक्रिया में लगभग एक महीने की देरी हो सकती है।

चुनाव तारीखों की घोषणा क्यों महत्वपूर्ण?

चुनाव आयोग की ओर से चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। इसके तहत सभी राजनीतिक दल और उम्मीदवार सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग नहीं कर सकते और प्रशासनिक गतिविधियाँ चुनावी नियमों के तहत संचालित होती हैं।

31 दिसंबर की संभावित तारीख पर नजर

विशेषज्ञों का कहना है कि 31 दिसंबर 2024 को चुनाव तारीखों की घोषणा होने की संभावना इसलिए अधिक है क्योंकि यह साल का अंतिम दिन है और इसके बाद चुनाव तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए जनवरी 2025 का महीना उपलब्ध रहेगा।

हालांकि, अगर 31 दिसंबर को तारीखों की घोषणा नहीं होती है, तो चुनाव प्रक्रिया में एक महीने तक की देरी हो सकती है। ऐसे में चुनाव आयोग को एक नई समयसीमा तय करनी होगी, जिससे राजनीतिक दलों और प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है।

चुनाव आयोग की तैयारी

सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ तैयारी बैठकें पूरी कर ली हैं। आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट की जांच, मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने, और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।

राजनीतिक दलों की नजरें चुनाव आयोग पर

राजनीतिक दल भी चुनाव तारीखों की घोषणा को लेकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है और प्रचार रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है।

एक महीने की देरी के प्रभाव

अगर चुनाव प्रक्रिया एक महीने तक टलती है, तो यह सभी पक्षों पर असर डालेगा:

  • राजनीतिक दलों को अपने प्रचार अभियानों में बदलाव करना होगा।
  • चुनाव आयोग को चुनाव सामग्री और कर्मचारियों के इंतजाम में बदलाव करना पड़ेगा।
  • आम जनता के लिए चुनावी माहौल लंबे समय तक बना रहेगा, जिससे संभावित तनाव बढ़ सकता है।

क्या कहता है संविधान?

संविधान के अनुसार, लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल जून 2025 में समाप्त हो रहा है, ऐसे में चुनाव तारीखों की घोषणा और प्रक्रिया को इस समयसीमा के भीतर पूरा करना अनिवार्य है।

निष्कर्ष

चुनाव तारीखों की घोषणा 31 दिसंबर 2024 को होने की संभावना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अगर यह तारीख टलती है, तो अगले आम चुनावों की प्रक्रिया में एक महीने की देरी हो सकती है। अब सभी की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हैं।

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