
पुलिस का दावा नक्सलियों ने की फायरिंग, ग्रामीणों ने कहा-नहीं हुई मुठभेड़ ।
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू//6.3.23
पखांजूर–
गुरुवार को परतापुर थाना अंतर्गत उरपांजुर के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटना निकलकर सामने आई थी। जिसमें पुलिस का दावा है कि विजय रेड्डी, राजू सलाम जैसे नक्सलियों के बड़े लीडर उस जंगल में मौजूद थे । जिन्होंने सर्चिंग से लौट रहे सुरक्षाबलों के टीम पर हमला किया। हमले के बाद भारी संख्या में नक्सली सामग्री बरामद का दावा पुलिस के अफसर कर रहे हैं । वहीं दूसरी ओर शनिवार को उरपांजुर इलाके से दर्जनों ग्रामीणों ने बड़गांव पहुंचकर पुलिस के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं । ग्रामीणों का कहना है कि गुरुवार को उरपांजुर में पहुंचानी का कार्य चल रहा था और उस दौरान इलाके में आसपास में कहीं भी किसी भी प्रकार की मुठभेड़ की जानकारी उनको नहीं है । बशर्ते उस दिन बीएसएफ के जवान सुरक्षा बल के जवान उरपांजुर गांव से लगे खेतों के लाड़ी में सो रहे ग्रामीणों के साथ सुरक्षाबलों ने बदसलूकी की।
ग्रामीणों का आरोप है कि सुरक्षा बल के जवानों ने सोमनाथ नरेटी के सीने में बंदूक रखकर उसे नक्सली करार दे रहे थे। वहीं दूसरी ओर फुलमा गावड़े को नक्सली बताकर सुरक्षा बल के जवान उसे अपने साथ ले जा रहे थे । परंतु कुछ ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों को रोका और इस पूरे घटना का विरोध किया। तब कहीं जाकर सुरक्षाबलों ने युवती और युवक को छोड़ा। इस दौरान गणेश ध्रुवा, फुलमा गावड़े, सोमनाथ नरेटी, दया राम दुग्गा, कुमार हुपेंडी, बंशी लाल, बकको बाई गावड़े, कमलेश नेताम, नोहरु मंडावी, पुनारो बाई, दुकालो बाई, रानू राम नरेटी मौजूद थे।
मुठभेड़ हुई है
इस संबंध में धीरेंद्र पटेल, एडिशनल एसपी पुलिस पखांजूर का कहना है कि सुरक्षाबलों की टीम उरपांजुर और करेमरका के जंगलों से सर्चिंग कर वापस लौट रही थी, तभी नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षाबलों की टीम पर हमला बोल दिया और सुरक्षाबलों ने भी इसका जवाब दिया। उस इलाके में मुठभेड़ हुई है। जिसमें विजय रेड्डी, राजू सलाम जैसे कई बड़े नक्सली लीडर मौजूद थे। जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला भी दर्ज कर दिया है और इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है। जो ग्रामीण पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं वह गलत है और बेबुनियाद है।