
मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह: वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 76 जोड़े बंधे विवाह बंधन में
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने दी शुभकामनाएं, कहा- सामाजिक कुरीतियों से ऊपर उठकर लिया गया सराहनीय निर्णय
रायगढ़, 23 मार्च 2025 – मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग और शांतिकुंज हरिद्वार गायत्री परिवार द्वारा बाबाधाम कोसमनारा, रायगढ़ में सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान 76 जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच परिणय सूत्र में बंधकर अपने नए जीवन की शुरुआत की।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए और नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग और गायत्री परिवार को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
सामूहिक विवाह समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश – ओ.पी. चौधरी
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि सामूहिक विवाह केवल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नहीं, बल्कि यह सामाजिक चेतना और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “आज भी कई परिवार दहेज जैसी कुप्रथा की वजह से आर्थिक और सामाजिक समस्याओं से जूझते हैं। ऐसे में सामूहिक विवाह का निर्णय एक सराहनीय पहल है, जो समाज को एक नई दिशा देता है।”
उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह योजना दहेज प्रथा को समाप्त करने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहयोग प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार इस योजना को बढ़ावा दे रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें।
वित्त मंत्री ने नवविवाहित जोड़ों को स्वेच्छानुदान स्वरूप ₹5,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की और उनके सुखमय जीवन की कामना की।
गायत्री परिवार और प्रशासन की पहल से सफल हुआ आयोजन
कार्यक्रम में रायगढ़ महापौर जीवर्धन चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर नगर निगम सभापति डिग्री लाल साहू, जनपद पंचायत रायगढ़ अध्यक्ष सुजाता चौहान, जनपद पंचायत पुसौर अध्यक्ष हेमलता चौहान, जनपद उपाध्यक्ष रायगढ़ राम श्याम डनसेना, सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: एक सामाजिक क्रांति
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उद्देश्य दहेज प्रथा को समाप्त करना, गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का सम्मानपूर्वक विवाह सुनिश्चित करना और सामूहिक विवाह को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत अब तक हजारों परिवार लाभान्वित हो चुके हैं।