
JCCJ ने लिखा राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को पत्र,राज्य मानव अधिकार आयोग बना धृतराष्ट्र,न्याय दिलाने राष्ट्रीय मानव अधिकार से लगाई गुहार
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर

रायपुर।आज दिनांक 27/04/21 को अजीत जोगी युवा मोर्च प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने बयान जारी कर बताया कि छत्तीगसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर के ग्रामीण क्षेत्रसड्डू में कोरोना से मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार हेतु अस्थायी रूप से बनाए गये शमशान घाट में अंतिम संस्कार पर लापरवाही बरतने के कारण शवों का पूर्ण रूप से जल ना पाने के कारण कुत्तों के द्वारा अधजले शवों को नोच-नोच कर खाया जा रहा है और उन मानव अवशेषों को आसपास के आवासीय क्षेत्रों में यहाँ वहाँ छोड़ दिया जा रहा है जिसकी पुष्टि स्वयं ग्रामीणों द्वारा किया गया है ,जिसके कारण उस क्षेत्र के निवासियों में दहशत और भय व्याप्त हो गया है की शासन की इस लापरवाही के कारण वे और उनका परिवार इस महामारी के प्रकोप में ना आ जाये।ग्रामीणों के द्वारा आक्रोशित होकर आला अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज किया गया है। साहू ने बताया की ज्ञात हों की इस सम्बंध में प्रादेशिक अखबारो में ख़बर प्रकाशित हुई है,इलेक्ट्रोनिक मीडिया में खबर प्रसारित हुई है साथ ही साथ इस मुद्दे पर वाद-विवाद भी हो रहा है उसके बाद भी राज्य मानव अधिकार धृतराष्ट्र बना हुवा है जब कि इस संविधानिक संस्था मानव अधिकार आयोग का गठन भी भी इस लीये किया गया है कि मानव अधिकार की रक्षा की जाए
जब कि ये कठिन समय ज्ञापन का भी नही इसमें में मानव अधिकार को त्वरित कार्यवाही करना चाहिये लेकिन यहा तो उल्टा मानव अधिकार धृतराष्ट्र बना बैठा है
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग इस विषय में संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब कर न्याय दिलाने की कृपा करें और छत्तीसगढ़ की जनता के मानव अधिकारों की रक्षा करें।