
रायगढ़/पुरूंगा। क्षेत्र में प्रस्तावित जनसुनवाई को लेकर शुक्रवार को अचानक नया घटनाक्रम सामने आया। ग्राम पुरूंगा में होने वाली जनसुनवाई के लिए प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही थी। इसी क्रम में सरकार के सहयोग से कंपनी द्वारा टेंट, मंच और अन्य व्यवस्थाओं का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन मौके पर पहुंचे कंपनी प्रतिनिधियों ने अचानक काम बंद कर दिया और कथित रूप से प्रशासनिक टीम को धमकी भरे तेवर में कहा— “हम लोग तो जा रहे हैं… अब आप लोगों को भी यहां घुसने नहीं देंगे।”
कंपनी कर्मचारियों के इस रवैये से उपस्थित ग्रामीणों और अधिकारियों में नाराज़गी फैल गई। टेंट और मंच की व्यवस्था रुक जाने के बाद जनसुनवाई की प्रक्रिया फिलहाल स्थगित कर दी गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी द्वारा इस तरह सरकारी प्रक्रिया को बीच में रोकना गंभीर सवाल खड़े करता है। वहीं कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी जनसुनवाई से बचना चाहती है, क्योंकि गांव वाले पहले से ही परियोजना को लेकर कई सवाल और आपत्तियाँ उठाने वाले थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जनसुनवाई ग्रामवासियों का अधिकार है और इसे किसी भी कंपनी की मनमानी या दबाव में रोकना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का खुला अपमान है।
अब प्रशासन की ओर से स्थिति पर आगे की कार्रवाई और नई तारीख घोषित किए जाने की संभावना है। ग्रामीणों ने साफ कहा है कि वे अपना हक लेकर रहेंगे और जनसुनवाई किसी भी हाल में करवानी होगी।
ग्रामीणों की मांग:
जनसुनवाई की नई तारीख शीघ्र घोषित की जाए
कंपनी के धमकी भरे रवैये की जांच हो
ग्राम सभा की सहमति के बिना कोई परियोजना आगे न बढ़े
ग्रामीणों का आक्रोश














