“सूर्यकंड गंगा घाट बैकुंठ धाम तालाब”भिलाई के कैंप 1 क्षेत्र में स्थित बैकुंठ धाम मंदिर के सामने एक भव्य तालाब का निर्माण किया गया है।
इस तालाब का नाम “सूर्यकंड गंगा घाट बैकुंठ धाम तालाब” रखा गया है। इस तालाब में 51 अलग अलग नदियों का जल डाला जाएगा। इसके बाद यहां धूमधाम से छठ पर्व मनाया जाएगा , मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अरोरा के साथ रविवार को वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन तालाब के निर्माण कार्य को देखने पहुंचे। रिकेश सेन ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय उन्होंने गंगा जल की कसम खाई थी कि वो इस तालाब को बनाएंगे।तालाब को देखने के लिए पहुंच रहे लोगउन्होंने कानूनी अड़चन होने के बाद भी आपसी सहोयग से इस तालाब का निर्माण कराया। गुप्त रूप से इसका भूमि पूजन कराया।
इसके बाद छह महीने में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण कार्य कराया है।रिकेश सेन, वैशाली नगर विधायक51 नदियों का मिलाया जाएगा पानीविधायक ने बताया कि जिस दिन “सूर्यकंड गंगा घाट बैकुंठ धाम तालाब” का भूमि पूजन किया था, उसी दिन यह तय किया था कि 51 अलग अलग नदियों का पानी लाकर इसमें मिलाना है। इसके बाद उन्होंने गंगा नदी, व्यास नदीं, साबरी नदी, स्वर्ण रेखा नदी, अरुणावती नदी, यमुना नदी, रामगंगा नदी, इंद्रावती नदी, कामली नदी, सरस्वती नदी और अलखनंदा नदी सहित 51 नदियों का जल इकट्ठा किया है।राजेंद्र अरोरा, भाजपा नेताइन नदियों का जल एक शोभायात्रा के जरिए तालाब तक लाया जाएगा। जगह जगह उसका स्वागत किया जाएगा।
इसके बाद पूरे विधि विधान से पूजा पाठ के बाद तालाब के जल में मिलाया जाएगा। शाम को यहां गंगा आरती का कार्यक्रम भी होगा।कुरुद नकटा तालाब भी छठ पर्व से पहले सजाकुरुद नकटा तालाब भी जगमगायाबैकुंठ धाम तालाब के साथ कुरुद ढांचा भवन में छठ पर्व के लिये प्रसिद्ध नकटा तालाब का भी सौंदर्यीकरण जारी है। यहां तालाब की साफ सफाई के बाद चारों तलफ लाइट और पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य किया गया है। इससे इस तालाब की सुंदरता भी बढ़ गई है।