
जब नन्हे बालक ने सीएम से कहा-मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है… फिर सीएम ने क्या किया…देखिये वीडियो
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं और भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत सभी विधानसभा के दौरे कर जमीनी हकीकत टटोलने में लगे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री बघेल सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा पहुंचे। यहां सीएम के समक्ष एक मर्मस्पर्शी वाकया पेश आया। दरअसल सीतापुर विधानसभा के मंगलैरगढ़ में भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से एक नन्हे बालक ने कहा… मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है, मेरे माता-पिता का निधन हो चुका है, मैं अकेला हूं। बालक की बात पर संवेदनशीलता दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को तत्काल बालक को छात्रावास में दाखिला दिलाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का लुंड्रा विधानसभा दौरा वहीं 10 मई को मुख्यमंत्री ने सरगुजा जिले के लुंड्रा विधानसभा के दौरे के दौरान ग्रामीणों से भेंट मुलाकात की और लुंड्रा विधानसभा में सरकार की ओर से चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में जानकारी लेते हुए कई नई घोषणाएं भी की। साथ ही स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने सरगुजिया गीत गा कर मुख्यमंत्री बघेल का स्वागत किया। इस दौरान सीएम श्री बघेल ने सरकारी राशन दुकान और आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करते हुए भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे। मुख्यमंत्री लुंड्रा विधानसभा के दौरे के बाद अंबिकापुर के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि लुंड्रा विधानसभा विधायक डॉ. प्रीतम राम और ग्रामीणों के मांगों पर सहनपुर में उप स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा, सहनपुर मिडिल स्कूल का हाई स्कूल में उन्नयन, सहनपुर साप्ताहिक बाजार को व्यवस्थित कर शेड व चबूतरा निर्माण किया जाएगा, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लुंड्रा में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराया जाएगा, ग्राम धौरपुर में शासकीय महाविद्यालय की स्थापना, धौरपुर में एसबीआई की शाखा खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी, धौरपुर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय की स्थापना, ग्राम पंचायत कुन्नी एवं ग्राम पंचायत रघुनाथपुर में उप तहसील की स्थापना, ग्राम गगोली के पास मछली नदी पर पुल निर्माण किया जाएगा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उदारी और लमगांव में अतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करौली, रघुनाथपुर, बरगीडीह के लिए स्वयं के भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है।