
न्यूज चैनल के दफ्तर पहुंची रायपुर पुलिस, गेट पर चिपकाया नोटिस, एंकर रोहित रंजन को पेश होने 7 दिनों की मोहलत
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड पर दिए बयान को राजस्थान के उदयपुर हत्याकांड से जोड़कर भ्रामक खबर दिखाने के मामले में एंकर को गिरफ्तार करने नोएडा गई छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ अब तक खाली है। एंकर रोहित रंजन फरार हैं। रोहित के संबंध में पूछताछ करने रायपुर पुलिस नोएडा स्थित न्यूज चैनल के दफ्तर भी पहुंची। रोहित के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने दफ्तर में हाजिर होने का नोटिस चस्पा कर दिया है। फरार रोहित रंजन को 7 दिन के भीतर रायपुर के सिविल लाइंस थाने में पेश होकर अपना पक्ष रखने का नोटिस जारी किया गया है। छत्तीसगढ़ की 15 सदस्यीय टीम अभी भी दिल्ली में मौजूद है। इधर गिरफ्तारी से बचने एंकर द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की बातें भी सामने आ रही है।
बता दें कि राहुल गांधी के बयान को गलत संदर्भ में दिखाते हुए समाचार प्रसारित करने के मामले में गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित न्यू स्कोटिस सोसाइटी निवासी रोहित रंजन को नोएडा पुलिस ने हिरासत में लिया था। रायपुर पुलिस भी रोहित को गिरफ्तार करने पहुंची थी। यहां पर नोएडा और रायपुर पुलिस के बीच विवाद हो गया। नोएडा पुलिस द्वारा रोहित को पूछताछ के बाद जमानत पर रिहा कर दिया। उसके बाद से रोहित फरार है। रायपुर से 15 सदस्यीय पुलिस की टीम मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पहुंची है। छत्तीसगढ़ पुलिस के अफसरों का कहना है कि दो दिनों के घटनाक्रम से इतना संकेत तो मिल ही गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस रोहित रंजन को रायपुर पुलिस के कब्जे से बचा रही है।
रायपुर के सीएसपी उदयन बिहार ने इंदिरापुरम थाना इंस्पेक्टर देवराज सिंह को शिकायत सौंपी, जिसमें सब इंस्पेक्टर समेत 10-12 पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पुलिसकर्मियों ने रायपुर पुलिस की कार्रवाई और जांच में सहयोग नहीं किया। वारंटी की गिरफ्तारी नहीं होने दी और सरकारी कार्य में बाधा डाली। रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने मांग की है कि रोहित रंजन को हमें सौंप जाए। मेरठ रेंज आईजी और गाजियाबाद SSP को कॉपी भेजी गई। छत्तीसगढ़ पुलिस की शिकायत पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है। इधर फरार रोहित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम अभी भी दिल्ली में मौजूद है। पुलिस ने मीडिया दफ्तर पहुंचकर रोहित व खबर के वीडियो के संबंध में जानकारी भी ली है। शो का कंटेंटे किसने तैयार किया था? लेकिन प्रोड्यूसर ने यह नोटिस लेने से ही इनकार कर दिया।
गलत ढंग से खबर दिखाने का आरोप
इस पूरे मामले में आरोप यह है कि जिस वीडियो में राहुल गांधी ने उनके वायनाड कार्यालय में तोड़फोड़ करने वालों को बच्चा बताया था और कहा था कि उनके मन में उनके लिए कोई दुर्भावना नहीं है। उसे टीवी चैनल ने एक जुलाई को ‘शरारतपूर्ण ढंग से’ इस्तेमाल किया और ऐसा दिखाया कि राहुल गांधी ने राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों को माफ करने की बात कर रहे हैं। इस घटना के बाद रोहित रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘गलत संदर्भ में’ भूलवश उदयपुर की घटना से जोड़कर दिखाने के लिए 2 जुलाई को माफी भी मांगी थी। भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव की शिकयात पर यह एक्शन हुआ है।
छत्तीसगढ़ का सियासी पारा भी हाई
नोएडा में एंकर की गिरफ्तारी को लेकर छत्तीसगढ़ का सियासी पारा भी गर्म है। बुधवार को सीएम भूपेश बघेल ने बिलासपुर से लौटने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रही है, जबकि उन्हें सहयोग करना था। न्यायालय के आदेश का अपमान किया जा रहा है। वहीं रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन ने मंगलवार को एकात्म परिसर में प्रेस कांफ्रेंस कर छत्तीसगढ़ सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ में आदत हो गई है। कहीं भी जाकर किसी को उठा लो। न पूछताछ, न जानकारी और न बातचीत। पुलिस का यह तरीका ही गलत है।