
कलेक्टर ने राष्ट्रीय पोषण माह का बेहतर क्रियान्वयन करने के दिए निर्देश, 01 से 30 सितम्बर तक राष्ट्रीय पोषण माह होगा सचांलित, आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियां किया जाएगा
जशपुरनगर 01 सितम्बर 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आयोजित होने वाली गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन तथा इस अभियान को प्रभावशाली बनाने के उद्ेदश्य से आज वर्चुअल बैठक ली। ऑनलाइन से समस्त एसडीएम, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय शर्मा, सीडीपीओ सीधे जुड़े थे।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों पोषण अभियान का अपने-अपने विकास खण्ड में सुचारू रूप से संचालन करने के लिए कहा है और आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का वजन करके अति गंभीर कुपोषित, मध्यम कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार की जानकारी और एनआरसी सेंटर में भी भर्त्ती करके सुपोषित बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को वजन करके आंगनबाड़ी केन्द्रों में ग्रोथ चार्ट का भी प्रदर्शन करने के लिए कहा गया है। ताकि बच्चों को वजन के आधार पर पौष्टिक अहार दिया जा सके। कलेक्टर ने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका में हर्री साग-सब्जिया लगाकर बच्चों को भी भोजन में सब्जियों में शामिल करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपस्थित में आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौधे रोपण करके परिसर को हरा-भरा बनाने के लिए निर्देश दिए हैं।
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने राष्ट्रीय पोषण माह के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 01 सितम्बर से राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की गई है। यह अभियान 30 सितंबर तक संचालित होगा। इस दौरान विविध गतिविधियों के माध्यम से जनजागरूकता तथा कुपोषण को दूर करने का समन्वित प्रयास किया जाएगा। साथ ही बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियां किया जाएगा।
जिसके अंतर्गत व्यंजन प्रतियोगिता तथा समुदाय की सहभागिता से बाल भोज का आयोजन होगा। पोषण माह के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गृह भेंट, स्थानीय त्यौहारों को पोषण से जोड़ते हुए गतिविधियों का आयोजन होगा। इसी तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में स्वच्छ पेयजल, शौचालय एवं स्वच्छता की विशेष व्यवस्था, पोषण वाटिका का निर्माण, किशोरी बालिका जागरूकता अभियान, सायकल रैली, प्रभात फेरी, पोषण रैली, वृक्षारोपण, योग सत्र केे कई कार्यक्रम आदि का आयोजन संबंधित विभागों के सहयोग से किया जाएगा और नारा लेखन, निबंध, स्लोगन, रंगोली और व्यंजन प्रतियोगिता जैसे विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। लोगों को प्रसव पूर्व जांच, गर्भावस्था तथा स्तनपान के दौरान पोषण और एनीमिया पर परामर्श दिया जाएगा। इस दौरान गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन और प्रबंधन के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनीमिया शिविर का आयोजन, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, आईएएफ टेबलेट का वितरण किया जाएगा।