रायपुर. पूरे कोरोनाकाल में अब तक अप्रैल 2021 का महीना सबसे घातक साबित हुआ है. छत्तीसगढ़ में अकेले अप्रैल माह में 3 लाख 79 हजार 513 नए मरीज मिले, जबकि मार्च 2020 से लेकर मार्च 2021 तक पूरे 13 महीने में कुल 3 लाख 49 हजार 187 मरीज ही मिले थे. मतलब 13 महीने में जितने मरीज मिले उससे ज्यादा मरीज 30 दिन में मिले हैं. बात अगर औसत की करें तो अप्रैल महीने में 12 हजार 650 मरीज प्रतिदिन के औसत से महीने भर नए मरीज मिलते रहे. बात संक्रमण दर की करें तो 31 मार्च 2021 की स्थिति में छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की दर 12 फीसदी से भी कम थी, जो 30 अप्रैल 2021 को बढ़कर 25 फीसदी से अधिक हो गई.अप्रैल 2021 का महीना मौतों के लिहाज से भी सबसे ज्यादा घातक रहा. अप्रैल के 30 दिन में पूरे छत्तीसगढ़ में 4411 लोगों की मौत हुई है. जबकि मार्च 2020 से लेकर मार्च 2021 तक कुल 4170 लोगों की मौत हुई थी. अगर औसत की बात करें तो छत्तीसगढ में अप्रैल महीने में प्रतिदिन 147 और प्रतिघंटे के हिसाब से 6 से अधिक लोगों की मौत हुई है. जो अब तक के सबसे खतरनाक आकड़े साबित हो रहे हैं.
नए मरीजों की बात हो या फिर कोरोना से मौत का मामला – अप्रैल 2021 सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हुआ है. इन बुरे आंकड़ों के बीच यह अच्छी बात रही कि अप्रैल 2021 में कुल 2 लाख 81 हजार 673 लोगों ने कोरोना को मात दी है, जो प्रतिदिन की दर से 9 हजार 389 होती है. इसका मतलब साफ है कि अप्रैल 2021 का महीना संक्रमण के लिहाज से सबसे खराब तो कोरोना को मात देने के लिहाज से सबसे अच्छा साबित हुआ है एक्टिव मरीजों के मामले में अकेले अप्रैल 2021 सबसे खतरनाक साबित हुआ है. अप्रैल 2021 में एक्टिव मरीजों की संख्या में 93 हजार 429 की बढ़ोत्तरी हुई है. यानी कि 31 मार्च 2021 में पूरे छत्तीसगढ़ में जहां एक्टिव मरीज 25 हजार 529 थे, वह अप्रैल 2021 में बढ़कर 1 लाख 18 हजार 958 हो गए..