
पढ़ें एक बेटी का आखिरी खत….पापा कुछ नहीं करते, मम्मी पर ही जिम्मेदारी है, खर्च ज्यादा है इसलिए मैं…,
कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. घटना स्थल से पुलिस ने एक खत बरामद किया है, जिसे सुसाइड नोट मानकर पुलिस जांच कर रही है. पत्र में लिखा- ‘पापा कुछ नहीं करते, मम्मी पर जिम्मेदारी है, खर्च बहुत है इसलिए मैं जान दे रही हूं.’ कोरबा के मानिकपुर चौकी क्षेत्र के मुड़ापार में रहने वाली 17 साल की लड़की की लाश बीते शनिवार को उसके ही कमरे में फांसी के फंदे पर लटकी मिली. बताया जा रहा है कि वह उसके पिता के कुछ काम नहीं करने से परेशान थी, जिसके चलते आखिरकार उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया.
पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है. सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरी पिता जी कुछ नहीं करते, मां पर खर्च चलाने की अकेली जिम्मेदारी है. घर में खर्चा बहुत ज्यादा है, इसलिए मैं जान दे रही हूं. दरअसल निगम के वार्ड वार्ड 26 मुड़ापार बस्ती में 17 वर्षीय संध्या साहू अपने माता-पिता के साथ रहती थी. उसने इसी साल 12वीं की परीक्षा पास की थी. परिजनों का कहना है कि रोज की तरह बीते शुक्रवार रात को संध्या खाना-खाकर अपने कमरे में चली गई थी. इसके बाद अगले दिन शनिवार की सुबह उसकी पंखे से फांसी के फंदे पर लटकी हुई लाश मिली है. घटना के बाद परिजनों ने मानिकपुर पुलिस को जानकारी दी.
खुद भी दुकान में काम करती थी संध्या
जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा गया. वहीं मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था, जिसमें लड़की के परेशान होने की बात सामने आई है. मृतका संध्या के पिता सियाराम साहू शराब के आदी बताए जा रहे हैं, बताया जा रहा है कि सियाराम ज्यादातर समय घर में रहता है. इसी बात से संध्या परेशान थी, वहीं संध्या की मां मजदूरी करके पूरे घर का खर्चा चली रही थीं. पड़ोसियों ने बताया की खर्चा चलाने के लिए संध्या भी किसी दुकान में पहले काम करती थी.
संध्या ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, ‘मेरे पिताजी कुछ नहीं करते. पूरे घर की जिम्मेदारी मेरी मां पर है. मेरी मां बहुत मेहनती है. मुझे खूब सहयोग करती है. हम उसी की कमाई के चलते ही खाना-पीना खाते हैं. मां की वजह से भी मैं पढ़ाई कर रही हूं, लेकिन पढाई-लिखाई के साथ-साथ घर में खर्चा बहुत है, इसलिए मैं काफी दुखी हूं.’