
पत्रकार भाई के साथ पर्यावरण अधिकारी द्वारा की गई बदतमीजी निंदनीय – विकास केडिया
मीडियाकर्मियों से बदतमीजी कर अपनी जवाबदेही से मुंह नहीं मोड़ सकते है अधिकारी
रायगढ़। आज दोपहर शहर के स्थानीय केबल न्यूज चैनल से जुड़े न्यूज रिपोर्टर और अंचल के युवा पत्रकार संतोष साव के साथ जिला पर्यावरण अधिकारी अंकुर साव द्वारा बदतमीजी से पेश आने के मामले में युवा भाजपा नेता और प्रदेश कार्य समिति सदस्य विकास केडिया ने घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि सत्ता और सूबे के मुखिया से मिल रहें बेजा संरक्षण की वजह से कुछ अफसरों का दिमाग खराब हो गया है। यही वजह है कि वे अब अपनी मर्यादा रेखा को भी पार करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
आगे युवा भाजपा नेता केडिया ने कहा कि आज पूरा रायगढ़ जिला चहुओर विषाक्त फ्लाईऐश , धूल और धुंए के गुब्बार के आगोश में है और जिसकी वजह से क्षेत्र के बड़ी जनाबादी कई प्रकार की प्रदूषणजनित बीमारियों को भोगने को मजबूर हैं और ऐसे में पर्यावरण विभाग और क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी की प्रत्यक्ष जवाबदेही बनती हैं कि वे इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार उद्योगों के खिलाफ विधिसम्मत कड़ी कार्यवाही कर बढते प्रदूषण पर लगाम लगाए, लेकिन किंकर्तव्यमूढ़ बने पर्यावरण अधिकारी अपनी जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक निभाने की बजाय उनसे मर्यादित भाषा में सवाल पूछने वाले स्थानीय पत्रकारों से ही अब बदतमीजी करने में उतर आए हैं जो कि बेहद निंदनीय बात है जिसे न रायगढ़ की मीडिया स्वीकार करेगी और न ही रायगढ़ की आम जनता।
आगे केडिया ने क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी के अशिष्ट व्यवहार पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस लहजे में उन्होंने हमारे स्थानीय पत्रकार भाई से बदतमीजी की है उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि उनके दिमाग के साथ साथ उनकी जुबान पे भी उद्योगों की प्रदूषित हवा और पानी की काली परत जम गई हैं, इसलिए रायगढ़ के बढ़ते प्रदूषण के साथ साथ उन्हें अपनी जुबां और दिमाग में जमी गंदगी भी हटाने की जरूरत है और साथ में उन्हें इस बात का भी भविष्य में ध्यान रखना चाहिए कि दोबारा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
क्योंकि देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सवाल पूछना एक पत्रकार का लोकतान्त्रिक अधिकार है और वे पत्रकार अथवा किसी भी मीडियाकर्मी या आम जनता के साथ बदतमीजी कर अपनी नैतिक जवाबदेही से बच नहीं सकते हैं।