
बैहामुड़ा सरपंच नृपत सिंह राठिया के भ्रष्ट कार्यों को लेकर ग्रामीण आक्रोशित।
सरकारी फंड के दुर्पयोग कर सरपंच सचिव मदमस्त, शिकायत पर कोई असर नहीं।

घरघोड़ा
घरघोड़ा अनुभाग कार्यालय से महज चार किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत बैहामुड़ा के सरपंच की खुलेआम शासन प्रशासन को चुनौती, दादागिरी इस तरह की कानून नाम का तनिक भय नहीं भ्रष्ट तंत्र की सरेआम नुमाइश में सरकारी योजना के तहत ग्राम पंचायत को नल जल कनेक्शन कर घर घर पानी पहुंचाया जाना था जिसके लिए बोर खनन के लिए राशि अंबाटित किया गया था, सरपंच अपने निजी उपयोग के लिए दो दो 5 हॉर्स पावर के बोर टुयूब खनन अपने खेत के पास करा कर पुरा पानी का उपयोग खेती करने में कर रहा है, इस बात की जानकारी अधिकारियों नही है ? ग्राम सचिव के जानकारी बिना यह संभव नहीं है इस लिए इसमें सम्लिता की जांच जरूरी है, ग्रामीणों ने बताया की अभी गर्मी आरंभ हुई है पानी की समस्या अभी से होने लगी है, आने वाले कुछ दिनों में गांव वाले पानी के बूंद बूंद के लिए तरसते दिखाई देंगे। ग्रामीण सरपंच के कार्यों से त्रस्त हो परत दर परत उसकी भ्रष्ट नीतियों का पर्दाफाश करने का मन बना लिया है। ग्रामीणों ने हमें जानकारी साझा करते हुए बताया कि सरपंच सचिव पर कार्रवाई कर उच्च जांच किया जाये तो इनके हर कार्यों में किया गया भ्रष्टाचार उजागर होगा, केन्द्र सरकार की योजना हो या राज्य सरकार के द्वारा क्रियान्वित होने वाले कार्ययोजना में हमेशा साठ गांठ कर कमिशन के खेल में गुणवत्ता विहिन कार्य को अंजाम दिया जाता रहा है, साथ ही ग्राम पंचायत की मूल भूत राशि में खुलकर भ्रष्टाचार किया जाते रहा है, फिर भी कोई अधिकार कभी जांच करने गांव नहीं आता इसकी शिकायत पहले भी किया जा चुका है पर कभी कार्रवाई नहीं होने से गांव वाले अब थक-हार शिकायत करना बंद कर दिया है, अब पानी के लिए कोई दुसरा विकल्प नहीं है तब गांव वाले सरपंच सचिव के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। देखना होगा जनपद पंचायत अधिकारी खबर छपने पर क्या कार्रवाई करते हैं या मामला दर्ज होने से पहले ही दबा दिया जायेगा।