
रायगढ़ । छत्तीसगढ़ आइडियाथॉन 2025 के तहत जिला स्तरीय जागरूकता कार्यशाला जिला पंचायत रायगढ़ के सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं, छात्रों और नवप्रवर्तकों में नवाचार और उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम का आयोजन डीएसटी-आईटीबीआई, गुरुघासीदास विश्वविद्यालय, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यशाला में सीईओ जिला पंचायत श्री अभिजीत बबन पठारे ने शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और जनपद पंचायतों को निर्देशित किया कि जिले में नवाचार को बढ़ावा देते हुए अधिकतम संख्या में प्रतिभागियों का पंजीयन कराया जाए।
कार्यशाला में श्री चैतन्य मेहर ने प्रतिभागियों को स्टार्टअप इकोसिस्टम, इन्क्यूबेशन सुविधाओं, सरकारी योजनाओं और निवेश अवसरों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे साधारण विचार को नवाचार और तकनीकी सहायता के माध्यम से सफल व्यवसायिक मॉडल में बदला जा सकता है।
मुख्य महाप्रबंधक श्रीमती अंजू नायक ने पंजीयन की प्रक्रिया और लाभों के बारे में जानकारी देते हुए युवाओं, उद्यमियों और छात्रों से 29 अक्टूबर 2025 तक पंजीयन कराने का आग्रह किया।
उल्लेखनीय है कि रजत जयंती वर्ष 2025 के अवसर पर उद्योग विभाग के अंतर्गत स्टार्टअप छत्तीसगढ़ द्वारा राज्यव्यापी आइडियाथॉन 2025 स्टार्टअप पिचेस और अवार्ड इवेंट की पहल की गई है। इसमें राज्य भर के छात्रों और नवप्रवर्तकों से 10 संभावनाशील विचार और 10 अभिनव स्टार्टअप का चयन किया जाएगा। इसके बाद इन्हें राज्योत्सव इवेंट में प्रस्तुति देने का अवसर मिलेगा। मूल्यांकन के आधार पर शीर्ष 5 छात्र विचार और शीर्ष 5 स्टार्टअप को 51 हजार रुपए नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
माह नवम्बर में संभाग स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें प्रत्येक संभाग से शीर्ष 3 विचारों का चयन किया जाएगा। चयनित प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार और स्थानीय इनक्यूबेटरों के माध्यम से मेंटरशिप भी प्रदान की जाएगी।
 
					











