बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
दुर्ग । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दुर्ग जिले के ग्राम मड़ियापर में आयोजित पोला महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ। शास्त्री नवयुवक मंडल मड़ियापार, छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति एवं पारम्परिक खेलों का संगम प्रदर्शित किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्रामवासियों को पोला तिहार की बधाई एवं शुभकामनाये दी। उन्होंने कहा कि बैल दौड़ सुनने को मिला था आज यहां पर महोत्सव के दौरान पर पहली बार बैल दौड़ देखने का सुअवसर मिला। उन्होंने कहा कि पोला तिहार किसानों का खेती किसानी से जुड़ा सबसे बड़ा त्योहार है। यह हमारे जीवन में खेती किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से नादिया बैल और जाता पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर को धन धान्य से परिपुण्य होने के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है। इस पर्व के अवसर पर आज प्रदेश के 70 लाख माताएं बहनों को महतारी वंदन योजना की राशि उनके खातों में अंतरण किया गया। पोला का त्योहार किसानों का सबसे बड़ा त्योहार है। किसानों के हितों को ध्यान में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के आय दुगुना करने सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। आज हम प्रधानमंत्री मोदी जी के गारंटी को सांय-सांय पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य में 13 लाख किसानों को धान का दो वर्ष के बकाया बोनस के रूप में 3716 करोड़ का भुगतान किया गया हैं। इसके साथ ही किसानों के प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी गई है। तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 4 हजार से बढ़ाकर 5 हजार 500 रूपए प्रति मानक प्रति बोरा किया गया है। कृषक उन्नति योजना के तहत 10 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इससे 24.2 लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा। छत्तीसगढ़ वासियों को अयोध्या तीर्थ के निःशुल्क दर्शन कराने के लिए श्रीराम लला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पारम्परिक त्योहारों का सरंक्षण एवं संर्वधन के लिए प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी ऐसे आयोजन पर जोर दिया। उन्होंने समिति की मागों पर जिक्र करते हुए पोला महोत्सव कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, पोला महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए तथा ग्राम लिटिया में जिला सहकारी बैंक शाखा खोलने की घोषणा की।
सांसद विजय बधेल ने कहा कि पोला महोत्सव से मड़ियापार को प्रदेश में पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत से तीज त्योहार होते आ रहे है। इन त्योहारों से यहां प्रेम और सद्भावना बढ़ी है। उन्होंने पोला त्योहार की सभी को शुभकामनाएं दी। विधायक जगदलपुर श्री किरण सिंह देव ने समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी को इस पवित्र त्योहार की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ऐसा अद्भुत आयोजन और कही नही होता। यह प्रतियोगिता और अच्छे ढंग से हो तो गांव को देश में पहचान मिलेगी। क्षेत्रीय विधायक श्री ईश्वर साहू ने आम जनता को तीजा पोरा तिहार की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने सरकार द्वारा प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी को क्रमश पूरा करने को विस्तार से रेखांकित किया। आयोजन समिति की ओर से डॉ. सुनील साहू ने अपने स्वागत प्रतिवेदन में बताया कि विगत 61 वर्षों से मड़ियापार ग्राम में पोला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने इस तीन दिवसीय आयोजन की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए ग्रामवासियों की विभिन्न मांगों की ओर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी का ध्यान आकृष्ट किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक जागेश्वर साहू, लाभचंद बाफना एवं अवधेश सिंह चंदेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर, आईजी आर.जी. गर्ग, कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी, एस.पी. जितेन्द्र शुक्ला, आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।