आंदोलन का 32वां दिन, किसानों ने सरकार से बात के लिए हामी भरने के साथ आगे की रणनीति भी की तय
पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का किसान करेंगे विरोध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कर रहे हैं। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि आज सभी किसान पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ के दौरान सभी लोग ताली और थाली बजाकर विरोध करें, थाली हो सके तो जूते से बजानी है क्योंकि थाली पीएम मोदी की होगी, जूता हमारा होगा।
गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अरदास की
गाज़ीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अरदास की। #FarmLaws #FarmersProtest pic.twitter.com/vFqICBsUAV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 27, 2020
दिल्ली के बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
दिल्ली के बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने प्याज की फसल लगाई। एक किसान ने बताया, “हमें यहां बैठे एक महीना हो गया है। खाली बैठे क्या करें, इसलिए खेती कर रहे हैं। अगर मोदी जी नहीं मानते तो पूरे बुराड़ी ग्राउंड में फसल उगा देंगे।”
Delhi: Protesting farmers say they're using Nirankari Samagam ground in Burari to grow crops.
"Since we've been sitting idle for a month during protests, we thought of growing onions as we can use it for our daily cooking. We'll grow more crops on Burari ground," says a farmer. pic.twitter.com/hvNOHwVF31
— ANI (@ANI) December 27, 2020
किसानों को लेकर राहुल गांधी का ट्वीट, वीर तुम बढ़े चलो
आंदोलनकारी किसानों के मनोबल को बढ़ाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा,
“वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
वॉटर गन की बौछार हो
या गीदड़ भभकी हज़ार हो
तुम निडर डरो नहीं
तुम निडर डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो
अन्नदाता तुम बढ़े चलो!”
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
वॉटर गन की बौछार हो
या गीदड़ भभकी हज़ार हो
तुम निडर डरो नहीं
तुम निडर डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो
अन्नदाता तुम बढ़े चलो! pic.twitter.com/MqsuS9QxEj— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2020
आंदोलन का 32वां दिन, सरकार से बात के लिए हामी भरने के साथ आगे की रणनीति भी किसानों ने की तय
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 32वां दिन है। कड़ाके की सर्दी में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। 29 दिसंबर को किसान सरकार से एक बार फिर बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके साथ ही किसानों ने आंदोलन की आगे की रूपरेखा भी तय कर दी है। अगर बातचीत बेनतीजा रही तो आंदोलन और तेज होगा।
दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान आज और कल यानी कि 27 और 28 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह के बेटे का शहीदी दिवस मनाएंगे। 29 दिसंबर को किसान 11 बजे सरकार से बात करने जाएंगे। अगर बात नहीं बनी तो 30 तारीख को किसान ट्रैक्टर से सिंघु से लेकर टिकरी और शाहजहांपुर बॉर्डर तक मार्च करेंगे। 31 और 1 तारीख को किसानों ने लोगों को सिंघु बॉर्डर पर बुलाया है। किसानों ने कहा है कि लोग लंगर खाने और किसानों के साथ नया साल मनाने के लिए सिंघु बॉर्डर पर आएं।