गरमाया किसान की मौत का मामला : 50 लाख के मुआवजे की मांग पर अड़े किसान, शव रखकर नवा रायपुर में प्रदर्शन, डेमेज कंट्रोल में जुटी सरकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के समीप नवा रायपुर में आंदोलनरत किसानों में से एक की शुक्रवार को हुई मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। नवा रायपुर के बरौदा में किसान शव रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को पैदल मार्च के दौरान बरोदा गांव के सिया राम पटेल नाम की किसान मौत हो गई थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मृत किसान के लिए चार लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। लेकिन किसान महज चार लाख की मुआवजा राशि पर मानने को तैयार नहीं हें। किसान 50 लाख की मुआवजा राशि की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है जब तक मुआवजा राशि नहीं दी जाएगी, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उधर सरकार भी डेमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मृत किसान के बेटे से फोन पर बात की है। श्री बघेल ने कहा है कि मुआवजा संबंधी मामले की अपर मुख्य सचिव से जांच कराएंगे। श्री बघेल ने मृत किसान स्व. सियाराम पटेल के बेटे से फोन पर बात कर दुःख व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने मुआवजा सम्बंधी मामले को लेकर अपर मुख्य सचिव को जांच के निर्देश दिए हैं। श्री बघेल ने कहा है कि वे इस दुःख की घड़ी में मृत किसान परिवार के साथ हैं और परिवार की हरसंभव सहायता की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपाइयों ने भी 50 लाख मुआवजे की मांग उठाई थी। पूर्व मंत्री राशेश मूणत और भाजपा किसान मोर्चा के भी नेताओं ने इस मसले को लेकर सरकार को घेरा है।